गया: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का शुभारंभ (Chhath Puja 2022) हो गया है. चार दिनों तक चलने वाले छठ पूजा में नहाए खाय के पहले दिन व्रती सरोवर-नदी में स्नान कर शुद्ध भोजन बनाकर भगवान सूर्य को प्रसाद अर्पित (First Day Of Chhath Puja) की. इसके बाद स्वयं प्रसाद ग्रहण की.
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शुद्धता का रखा जाता हैं विशेष ख्याल: छठव्रती रूपा देवी ने बताया कि छठ महापर्व का आज से शुभारंभ हो गया है. पहले दिन नहाए खाए है. हम लोगों ने सूर्यकुंड के पवित्र जल से स्नान उपरांंत भगवान सूर्य की पूजा की. छठ सबसे पवित्र पर्व है. सच्चे मन से पूजा करने से सारी मनोकामना पूरी होती है. सच्चे मन और पूरी श्रद्धा से छठ माता की पूजा करें. छठव्रती ने बताया कि पहले दिन सूर्यकुंड के पवित्र जल से स्नान के बाद चावल, चना का दाल और कद्दू की सब्जी प्रसाद के रूप में ग्रहण किया.
छठ पूजा की तिथि
- पहला दिन- नहाय खाय (28 अक्टूबर 2022, शुक्रवार)
- दूसरा दिन- खरना (29 अक्टूबर 2022, शनिवार)
- तीसरा दिन- अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य (30 अक्टूबर 2022, रविवार)
- आखिरी दिन व चौथे दिन- उदीयमान सूर्य को अर्घ्य (31 अक्टूबर 2022, सोमवार)
बता दें कि आज 28 अक्टूबर 2022 को नहाय खाय है. नहाय खाय से छठ पूजा का आरंभ हो जाता है. 29 अक्टूबर शनिवार के दिन दिन खरना किया जाएगा. 30 अक्टूबर रविवार शाम को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. वहीं 31 अक्टूबर सोमवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. और इसके साथ ही छठ पूजा का समापन हो जाता है.