गया: जिले के बाराचट्टी प्रखंड में लॉकडाउन के बाद गरीब वर्ग के लोगों के सामने खाद्यान्न का संकट उत्पन्न हो गया है. सरकार के स्तर से गरीबों को मुफ्त राशन देने का निर्णय के बाद गरीबों के लिए राहत भरी बात थी. वहीं सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन भी गरीबों के बीच राशन पहुंचाने के लिए सजग है. लेकिन पीडीएस दुकानदार अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं. इस संकट के दौर में भी डीलर गरीबों का हक छीन रहे हैं.
अनाज के मूल्यों की अधिक वसूली
काहुदाग गांव के रहने वाले एक परिवार को राशन कार्ड में 60 किलो अनाज अंकित है, जबकि उसे मात्र 32 किलो अनाज दिया गया है. इसके साथ ही अनाज का मूल्य निर्धारित कीमत से अधिक वसूला गया. वही स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पीडीएस दुकानदार नया राशन कार्ड या कार्ड में नया नाम जोड़ने के लिए प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये की वसूली कर रहे है.
शिकायत करने पर अभद्र व्यवहार
इस बात की जानकारी उपभोक्ता संरक्षण केंद्र के सदस्य रह चुके राहुल कुमार और श्याम देव मांझी को दी गई. इस मामले को लेकर तुरंत उक्त जन वितरण प्रणाली विक्रेता के पास पहुंचा गया. वहीं डीलर का बेटा अभद्र व्यवहार करने के साथ-साथ मारपीट और धमकी देने लगा. इससे स्थानीय लोंगो में काफी आक्रोश का माहौल है. डीलर निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे लेने के बाद अनाज कम देने के बाद को लेकर अब ग्रामीणों में जागरूकता दिख रही है.