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राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी ने मधुबनी हत्याकांड के विरोध में 11 अप्रैल को बुलाया बिहार बंद

राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के संरक्षक शेर सिंह राणा और उनके समर्थकों ने मधुबनी हत्याकांड के मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उनका ढाढस बंधाया. शेर सिंह राणा ने मधुबनी हत्याकांड के विरोध में 11 अप्रैल को पूरे बिहार में बंद का ऐलान किया.

गया
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Published : Apr 10, 2021, 10:07 PM IST

गयाः जिला स्थित देवघाट के पास मधुबनी हत्याकांड के मृतकों के परिजनों ने पिंडदान किया. राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के संरक्षक शेर सिंह राणा और उनके समर्थकों ने परिजनों से मुलाकात की और उनका ढाढस बंधाया. शेर सिंह राणा ने मधुबनी हत्याकांड के विरोध में 11 अप्रैल को बिहार बंद करने का ऐलान किया.

ये भी पढ़ेंः मधुबनी हत्याकांडः मृतक के परिजनों ने गया में किया पिंडदान, पुत्र की मांग- हमें बस एनकाउंटर चाहिए

राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के संरक्षक शेर सिंह राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता को सुरक्षा देने में नाकाम रहे हैं. घटना के इतने दिन बीतने के बाद भी परिजनों को इंसाफ नहीं मिला है. अगर सत्तारूढ़ दल के किसी नेता के परिवार के साथ इस तरह की घटना हुई होती तो अब तक कार्रवाई हो चुकी होती. लेकिन अभी तक इस हत्याकांड के सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं.'

उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते है कि घटना में शामिल सभी दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए. साथ ही पीड़ित परिवार के परिजनों को मुआवजे के तौर पर एक-एक करोड़ रुपये दी जाएं.

क्या है पूरा मामला
बता दें कि होली के दिन महमदपुर गांव में 5 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. मरने वालों में तीन सहोदर भाई और बाकी चचेरे भाई थे. आरोप है कि आधे घंटे तक अपराधी महमदपुर गांव में तांडव मचाते रहे और पुलिस घटना के 4 घंटे बाद मौके पर पहुंची. बताया जाता है कि पूरा विवाद पोखर और उसमें पल रही मछलियों पर कब्जे को लेकर था.

हालांकि, 6 महीने तक मामला शांत रहा, लेकिन होली से एक दिन पहले विवादित पोखर से संजय सिंह के परिवार से जुड़े लोगों ने मछली पकड़ने के बाद फायरिंग भी की थी. बताया जाता है कि प्रवीण झा और उसके अन्य सहयोगी इस घटना को 'आन' पर ले लिया, जो होली के दिन 'रक्त चरित्र' में बदल गया.

गयाः जिला स्थित देवघाट के पास मधुबनी हत्याकांड के मृतकों के परिजनों ने पिंडदान किया. राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के संरक्षक शेर सिंह राणा और उनके समर्थकों ने परिजनों से मुलाकात की और उनका ढाढस बंधाया. शेर सिंह राणा ने मधुबनी हत्याकांड के विरोध में 11 अप्रैल को बिहार बंद करने का ऐलान किया.

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राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के संरक्षक शेर सिंह राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता को सुरक्षा देने में नाकाम रहे हैं. घटना के इतने दिन बीतने के बाद भी परिजनों को इंसाफ नहीं मिला है. अगर सत्तारूढ़ दल के किसी नेता के परिवार के साथ इस तरह की घटना हुई होती तो अब तक कार्रवाई हो चुकी होती. लेकिन अभी तक इस हत्याकांड के सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं.'

उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते है कि घटना में शामिल सभी दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए. साथ ही पीड़ित परिवार के परिजनों को मुआवजे के तौर पर एक-एक करोड़ रुपये दी जाएं.

क्या है पूरा मामला
बता दें कि होली के दिन महमदपुर गांव में 5 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. मरने वालों में तीन सहोदर भाई और बाकी चचेरे भाई थे. आरोप है कि आधे घंटे तक अपराधी महमदपुर गांव में तांडव मचाते रहे और पुलिस घटना के 4 घंटे बाद मौके पर पहुंची. बताया जाता है कि पूरा विवाद पोखर और उसमें पल रही मछलियों पर कब्जे को लेकर था.

हालांकि, 6 महीने तक मामला शांत रहा, लेकिन होली से एक दिन पहले विवादित पोखर से संजय सिंह के परिवार से जुड़े लोगों ने मछली पकड़ने के बाद फायरिंग भी की थी. बताया जाता है कि प्रवीण झा और उसके अन्य सहयोगी इस घटना को 'आन' पर ले लिया, जो होली के दिन 'रक्त चरित्र' में बदल गया.

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