गया: आंगनबाड़ी सेविका सहायिका आगामी विधानसभा चुनाव में सूबे में मौजूदा राजग गठबंधन की सरकार के विरोधियों को वोट देने की शपथ ली. बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बीते कई दिनों से 17 सूत्री मांग के समर्थन में हड़ताल जारी है. सेविका सहायिकाओं ने सरकार पर छलावा करने का भी आरोप लगाया है.
17 सूत्री मांग को लेकर जारी है हड़ताल
जिले के टिकारी प्रखण्ड स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय में सेविका सहायिकाओं ने कार्य बहिष्कार करने की बात कही. प्रखंड की सभी सेविका सहायिकाओं ने सरकार के विरोध में मतदान करने और जिस पार्टी की ओर से आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं के हित में कार्य किया जाएगा उसे समर्थन देने की बात कही गई. आंगनबाड़ी सेविका सहायिका सेवा नियमित करने, मानदेय में वृद्धि, पेंशन लाभ, अन्य कार्यों के लिए प्रोत्साहन राशि, कार्य समय 8 घंटा करने और जीवन बीमा का लाभ सहित 17 सूत्री मांग को लेकर हड़ताल किया है.
सरकार की मानदेय वृद्धि महज एक छलावा
आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की शाखा मंत्री सुनीता कुमारी ने बताया कि 17 सूत्री मांग को लेकर हड़ताल किया गया है. लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है. सुनीता ने कहा कि सरकार की ओर से महज 300 और 150 रुपये की मानदेय में वृद्धि किये जाने से सेविका सहायिका में काफी गुस्सा है. जिसका खामियाजा सरकार को चुनाव में भुगतना पड़ेगा. हड़ताल को लेकर जारी कार्यक्रम में गीता देवी, अनिता कुमारी, सीमा सिंह, रेणु कुमारी, कुमारी नीलम सिन्हा, पूनम कुमारी सहित कई सेविका सहायिका शामिल रही.