गया: कोरोना वायरस महामारी के बीच भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपना अवाज बुलंद कर दी है. ऐसे में रविवार को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह चुनावी प्रचार का आगाज करेंगे. अमित शाह 2020 की पहली चुनावी रैली सोशल साइट्स के माध्यम से शुरु करेंगे. इस तरह से रैली से अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए भाजपा ने बूथ स्तर की तैयारी की है. रविवार को गया के तीन हजार बूथों पर अमित शाह की रैली का प्रसारण किया जाएगा.
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी
कोरोना वायरस से चुनाव की रैली का पैटर्न बदल दिया है. बिहार विधानसभा चुनाव समय नजदीक आते ही भाजपा इस महामारी के बीच अपनी बात पहुंचाने के लिए वर्चुअल रैली का सहारा ले रही है. भारत की राजनीति में ऐसी पहली रैली होने जा रही है. इस रैली में नेता, उद्घोषक और मंच होगा लेकिन जनता नहीं होगी. जनता सोशल मीडिया के जरिये इस रैली को देख और सुन सकती है. अमित शाह की वर्चुअल रैली को लेकर पिछले एक सप्ताह जोर शोर से लगे हुए हैं. भाजपा की केंद्रीय टीम इसकी पूरी तकनीकी को देख रही है. वहीं, भाजपा बिहार प्रदेश इस रैली को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए रणनीति तैयार कर रही है. जिला इकाई इन दोनों व्यवस्थाओ को जमीनी हकीकत देने के लिए जुटी हुई है.
डिजिटल रैली का आयोजन
वहीं, इस संबंध में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने बताया कि हम लोगों ने मन की बात में ही इसकी तैयारी कर ली थी. भाजपा प्रदेश इकाई ने इसके लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था की है. कोरोना वायरस के बचाव को लेकर इस तरह की रैली का आयोजन किया गया है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर तक इसकी तैयारी की है. उन्होंने कहा कि हम टीवी या स्क्रीन लगाकर बूथ लेवल तक लोगों को इस रैली से जोड़ेंगे. बता दें कि गया जिले में दस विधानसभा क्षेत्र है. जिसमे एनडीए गठबंधन जब जदयू की साथ रही है तो उसको बढ़त मिली है. बात करें 2015 विधानसभा चुनाव की उसमे जिले के 10 विधानसभा में भाजपा को तीन सीट मिली थी. वहीं, 2010 की चुनाव में भाजपा के साथ नीतीश कुमार थे. तब एनडीए गठबंधन ने दस में से नौ सीट हासिल की थी.