गया: राज्य के कृषि मंत्री मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बुधवार को आम-लीची की फसलों को बचाने को लेकर 38 जिलों के जिला उद्यान पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. यह बैठक गया के समाहरणालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान सोशल डिस्टेंस बनाकर बेफिक्र होकर काम करें.
उद्यान पदाधिकारियों के लिए महत्वपूर्ण है यह समय- मंंत्री
इस बैठक में मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि वर्तमान समय उद्यान पदाधिकारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. बिहार में आम-लीची की फसल में फल आने का समय आ गया है. किसानों द्वारा अपने बागानों में अच्छी फल प्राप्ती के उद्देश्य से विभिन्न कीट और रोग नाशक रसायनों के साथ ही टिकोलों को गिरने से बचाने के लिए हार्मोन का छिड़काव किया जा रहा है.
कृषि वैज्ञानिक के साथ मिलकर करें काम
कृषि मंत्री ने निर्देश दिया कि सहायक निदेशक पौधा संरक्षण और कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक के साथ मिलकर उद्यान फसलों पर निगरानी रखें. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि उपयोग किए जाने वाले रसायन निर्धारित मापदंड में और गुणवत्ता में हैं या नहीं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मंत्री प्रेम कुमार ने परंपरागत कृषि विकास योजना की धीमी चाल पर नाराजगी जताई. कहा कि राज्य के 16 जिलों में योजना संचालित है. इसमें सबसे खराब प्रदर्शन नालंदा का रहा है. उन्होंने नालंदा के सहायक निदेशक पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है.