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आगरा सड़क हादसा: शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम, पीड़ित परिजनों से मिले मांझी समेत कई नेता

आगरा में भीषण सड़क दुर्घटना में बिहार के 8 लोगों की मौत हो गई थी. शुक्रवार को पीड़ित परिवार से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुलाकात कर सहायता राशि दी. साथ ही नीतीश कुमार ने पीड़ित परिवारों को एक-एक लाख आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.

गया
सड़क दुर्घटना 8 किशोरों की मौत
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Published : Mar 14, 2021, 7:27 AM IST

गया (इमामगंज ): उत्तर प्रदेश के आगरा में सड़क दुर्घटना में 8 किशोरों की मौत का हो गई थी. पोस्टमार्टम के बाद शव शुक्रवार की देर शाम गांव पहुंचा. वहीं, शुक्रवार की देर रात शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. शव पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया.

ये भी पढ़ें..बिहार में शुक्रवार को 80,185 कोरोना वैक्सीनेशन, मिले 38 नए मामले

क्या था मामला ?
गया जिला मुख्यालय से करीब 118 किलोमीटर दूर अति नक्सल प्रभावित गांव बरहा में गुरुवार की सुबह से ही मातमी सन्नाटा पसरा रहा. बरहा और आसपास के गांव के 8 लड़के स्कॉर्पियो से बुधवार की दोपहर हरियाणा कमाने के लिए निकले थे. 11 मार्च की सुबह 6 बजे इनमें से छह लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत की सूचना मिली.

ये भी पढ़ें..'लव-कुश' समीकरण में फिट होने से पहले CM नीतीश से मिले उपेंद्र कुशवाहा, करीब एक घंटे चली मुलाकात

जंगल में बसा है गांव
सीआरपीएफ के कैंप छकरबंधा से महज चार किलोमीटर दूर बरहा गांव है. सबसे ज्यादा आबादी यादव और महादलित की है. यहां रहने वालों का मुख्य पेशा मजदूरी और जंगली क्षेत्र से लकड़ी काटकर बेचना है. अति नक्सल क्षेत्र होने के कारण रोजगार और काम नहीं है. इस कारण लोग रोजगार की तलाश में कभी झारखंड तो कभी दूसरे प्रदेश जाते हैं.

गया
परिजनों में मचा कोहराम

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मिट्टी के घरों में रहता है महादलित परिवार
बरहा गांव के जिन छह बच्चों की मौत हुई है, सभी का परिवार बहुत गरीब है. घर में खाने को अनाज नहीं है. प्रतिदिन कमाते हैं, तब खाना खा पाते हैं. मजदूरी करने के बाद घर में चूल्हा जलता है. सभी के घर मिट्टी के हैं. किसी को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है.

गया
सांसद ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात
एक ही पंचायत के 8 किशोरों की मौतबता दें कि बरहा गांव मैगरा बाजार से 10 किमी अंदर जंगल में बसा है. मरने वाले छह लोग डुमरिया प्रखंड की छकरबंधा पंचायत के बरहा गांव के रहने वाले हैं. इनमें 17 वर्षीय अमन कुमार, 16 वर्षीय गुड्डू कुमार, 15 वर्षीय विपिन कुमार, 16 वर्षीय नागेन्द्र कुमार, 15 वर्षीय छोटू कुमार और 16 वर्षीय सुरेंद्र कुमार हैं. छोटू और सुरेंद्र सगे भाई हैं. वहीं, दो इमामगंज प्रखंड के कोठी थाना क्षेत्र के देवरिया के 17 वर्षीय विकास कुमार और भोर गांव के 16 वर्षीय राजेश कुमार हैं. वरिया गांव का 17 वर्षीय सुजीत कुमार गंभीर रूप से घायल हुआ है.
गया
सांसद ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात

सांसद ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात
सड़क दुर्घटना में मारे गए किशोरों के परिजनों से मिलने शनिवार को गया सांसद विजय मांझी पहुंचे. सांसद ने किशोरों के परिवारों के घर-घर जाकर मुलाकात कर पीड़ित परिवारों को सांत्वना दिया. इसके साथ ही उन्होंने तत्काल अपने फंड से मृतक के परिवारों को नकद सहायता राशि भी दिए.

गया
जीतन राम मांझी ने की परिजनों से मुलाकात

जीतनराम मांझी ने की परिजनों से मुलाकात
क्षेत्रीय विधायक सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी किशोरों के परिजनों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी. इसके साथ ही इस मौके पर उन्होंने तत्काल अपने फंड से मृतक के परिवारों को पांच- पांच हजार रुपए का नकद और पारिवारिक योजना के तहत बीस हजार रुपये का चेक दिया.

सांसद ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात
औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह भी सड़क दुर्घटना में मारे गए 8 किशोरों के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात कर पीड़ित परिवारों को सांत्वना दिया. इसके साथ ही इस मौके पर उन्होंने तत्काल अपने ऐछीक फंड से मृतक के परिवारों को पांच-पांच हजार रुपए का नकद राशि दी. बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इन पीड़ित परिवारों को एक-एक लाख आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.

गया (इमामगंज ): उत्तर प्रदेश के आगरा में सड़क दुर्घटना में 8 किशोरों की मौत का हो गई थी. पोस्टमार्टम के बाद शव शुक्रवार की देर शाम गांव पहुंचा. वहीं, शुक्रवार की देर रात शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. शव पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया.

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क्या था मामला ?
गया जिला मुख्यालय से करीब 118 किलोमीटर दूर अति नक्सल प्रभावित गांव बरहा में गुरुवार की सुबह से ही मातमी सन्नाटा पसरा रहा. बरहा और आसपास के गांव के 8 लड़के स्कॉर्पियो से बुधवार की दोपहर हरियाणा कमाने के लिए निकले थे. 11 मार्च की सुबह 6 बजे इनमें से छह लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत की सूचना मिली.

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जंगल में बसा है गांव
सीआरपीएफ के कैंप छकरबंधा से महज चार किलोमीटर दूर बरहा गांव है. सबसे ज्यादा आबादी यादव और महादलित की है. यहां रहने वालों का मुख्य पेशा मजदूरी और जंगली क्षेत्र से लकड़ी काटकर बेचना है. अति नक्सल क्षेत्र होने के कारण रोजगार और काम नहीं है. इस कारण लोग रोजगार की तलाश में कभी झारखंड तो कभी दूसरे प्रदेश जाते हैं.

गया
परिजनों में मचा कोहराम

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मिट्टी के घरों में रहता है महादलित परिवार
बरहा गांव के जिन छह बच्चों की मौत हुई है, सभी का परिवार बहुत गरीब है. घर में खाने को अनाज नहीं है. प्रतिदिन कमाते हैं, तब खाना खा पाते हैं. मजदूरी करने के बाद घर में चूल्हा जलता है. सभी के घर मिट्टी के हैं. किसी को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है.

गया
सांसद ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात
एक ही पंचायत के 8 किशोरों की मौतबता दें कि बरहा गांव मैगरा बाजार से 10 किमी अंदर जंगल में बसा है. मरने वाले छह लोग डुमरिया प्रखंड की छकरबंधा पंचायत के बरहा गांव के रहने वाले हैं. इनमें 17 वर्षीय अमन कुमार, 16 वर्षीय गुड्डू कुमार, 15 वर्षीय विपिन कुमार, 16 वर्षीय नागेन्द्र कुमार, 15 वर्षीय छोटू कुमार और 16 वर्षीय सुरेंद्र कुमार हैं. छोटू और सुरेंद्र सगे भाई हैं. वहीं, दो इमामगंज प्रखंड के कोठी थाना क्षेत्र के देवरिया के 17 वर्षीय विकास कुमार और भोर गांव के 16 वर्षीय राजेश कुमार हैं. वरिया गांव का 17 वर्षीय सुजीत कुमार गंभीर रूप से घायल हुआ है.
गया
सांसद ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात

सांसद ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात
सड़क दुर्घटना में मारे गए किशोरों के परिजनों से मिलने शनिवार को गया सांसद विजय मांझी पहुंचे. सांसद ने किशोरों के परिवारों के घर-घर जाकर मुलाकात कर पीड़ित परिवारों को सांत्वना दिया. इसके साथ ही उन्होंने तत्काल अपने फंड से मृतक के परिवारों को नकद सहायता राशि भी दिए.

गया
जीतन राम मांझी ने की परिजनों से मुलाकात

जीतनराम मांझी ने की परिजनों से मुलाकात
क्षेत्रीय विधायक सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी किशोरों के परिजनों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी. इसके साथ ही इस मौके पर उन्होंने तत्काल अपने फंड से मृतक के परिवारों को पांच- पांच हजार रुपए का नकद और पारिवारिक योजना के तहत बीस हजार रुपये का चेक दिया.

सांसद ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात
औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह भी सड़क दुर्घटना में मारे गए 8 किशोरों के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात कर पीड़ित परिवारों को सांत्वना दिया. इसके साथ ही इस मौके पर उन्होंने तत्काल अपने ऐछीक फंड से मृतक के परिवारों को पांच-पांच हजार रुपए का नकद राशि दी. बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इन पीड़ित परिवारों को एक-एक लाख आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.

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