मोतिहारी: जिला में टीकाकरण के गिरते प्रतिशत को बढ़ाने के लिए यूनिसेफ ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. यूनिसेफ ने बच्चों को जानलेवा बिमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में प्रत्येक प्रखंड के कर्मियों को मास्टर ट्रेनिंग दी जा रही है.
कार्यशाला के माध्यम से टीकाकरण के प्रतिशत को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. मास्टर ट्रेनर के रुप में ट्रेनिंग लेने वाले कर्मी अपने-अपने क्षेत्र के टीकाकर्मियों को ट्रेनिंग देंगे.
मास्टर ट्रेनर की दी जा रही ट्रेनिंग
कार्यशाला में यूनिसेफ के ट्रेनर ने जिले के प्रत्येक प्रखंड से चयनित 5-5 कर्मियों को मास्टर ट्रेनर की ट्रेनिंग दी. जिसमें एक पीएचसी के चिकित्सक, एक एएनएम, एक आशा फैसीलेटर के अलावा 2 यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के कर्मियों ने प्रशिक्षण लिया. ट्रेनिंग लेने वाले कर्मी टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में अपनी सशक्त भूमिका निभाएंगे. मास्टर ट्रेनर के रुप में ट्रेंड हुई आशा फैसीलेटर ने ट्रेनिंग को काफी अच्छा बताया. साथ हीं कहा कि इस तरह के ट्रेनिंग से सरकार ने जो लक्ष्य निर्धारित किया है उसे पाने में सफलता मिलेगी.
95 प्रतिशत बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य
दरअसल सरकार ने नियमित टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए 95 प्रतिशत बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है. लेकिन जिले में मात्र 74 प्रतिशत बच्चों को हीं नियमित टीकाकरण के तहत टीका लगाया जा सका है. जिले में टीकाकरण के गिरते प्रतिशत ने यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के कान खड़े कर दिए हैं. लिहाजा जिले में टीकाकरण के प्रतिशत को बढ़ाने के लिए यूनिसेफ ने अपनी ताकत झोंक दी है. जिसके कारण इस तरह के कार्यशाला का आयोजन कर यूनिसेफ ने नियमित टीकाकरण अभियान के प्रतिशत को बढ़ाने में लगी है.