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मोतिहारी में पहली बार न्यूरो सर्जरी का हुआ सफल ऑपरेशन - मोतिहारी में पहली बार न्यूरो सर्जरी का हुआ सफल ऑपरेशन

हॉस्पिटल के प्रबंधक डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि डॉ. प्रदीप कुमार के सहयोग से उन्होंने एक ऐसे बच्चे में जान डाल दी, जिसकी अंतिम सांसे चल रही थी.

मोतिहारी
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Published : Mar 5, 2020, 5:46 AM IST

मोतिहारी: देश के बड़े-बड़े शहरों में होने वाले न्यूरो सर्जरी का काम अब मोतिहारी में होने लगा है. शहर के हर्ष हॉस्पिटल में एक छह वर्षीय बच्चे के मस्तिष्क को खोलकर उसमें बने रक्त के थक्का को सफलतापूर्वक हटाया गया. यहां पहली बार हुए न्यूरों सर्जरी के सफलता पर हॉस्पिटल के चिकित्सक खुश हैं. डॉक्टरों ने कहा कि अब न्यूरों सर्जरी का लाभ मोतिहारी के लोगों को भी मिलेगा.

'मस्तिष्क का किया गया सफल ऑपरेशन'
हॉस्पिटल के प्रबंधक डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि डॉ. प्रदीप कुमार के सहयोग से उन्होंने एक ऐसे बच्चे में जान डाल दी. जिसकी अंतिम सांसे चल रही थी. डॉ. मनीष के अनुसार छह साल का कौशल जब क्लिनिक में आया था, तब उसकी हालत काफी खराब थी. उसके सर में चोट लगने के कारण खून जम गया था. उन्होंने बताया कि बच्चे के मस्तिष्क का सफल ऑपरेशन किया गया और बच्चा अब पूर्णतः स्वस्थ है.

देखें पूरी रिपोर्ट

चिकित्सकों ने बचा ली उसकी जान
बता दें कि जिले के डुमरिया पकड़ी के रहने वाले वाल्मीकि सहनी का पुत्र कौशल कुमार घर से निकलकर दुकान पर जा रहा था. उसी दौरान पिछे से एक तेज गति से आ रहे बाइक ने रौंद दिया और चालक फरार हो गया. उसके बाद बेहोशी की हालत में कौशल को लेकर उसके परिजन शहर के हर्ष हॉस्पिटल गये. जहां न्यूरो सर्जरी कर चिकित्सकों ने उसकी जान बचा ली.

मोतिहारी: देश के बड़े-बड़े शहरों में होने वाले न्यूरो सर्जरी का काम अब मोतिहारी में होने लगा है. शहर के हर्ष हॉस्पिटल में एक छह वर्षीय बच्चे के मस्तिष्क को खोलकर उसमें बने रक्त के थक्का को सफलतापूर्वक हटाया गया. यहां पहली बार हुए न्यूरों सर्जरी के सफलता पर हॉस्पिटल के चिकित्सक खुश हैं. डॉक्टरों ने कहा कि अब न्यूरों सर्जरी का लाभ मोतिहारी के लोगों को भी मिलेगा.

'मस्तिष्क का किया गया सफल ऑपरेशन'
हॉस्पिटल के प्रबंधक डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि डॉ. प्रदीप कुमार के सहयोग से उन्होंने एक ऐसे बच्चे में जान डाल दी. जिसकी अंतिम सांसे चल रही थी. डॉ. मनीष के अनुसार छह साल का कौशल जब क्लिनिक में आया था, तब उसकी हालत काफी खराब थी. उसके सर में चोट लगने के कारण खून जम गया था. उन्होंने बताया कि बच्चे के मस्तिष्क का सफल ऑपरेशन किया गया और बच्चा अब पूर्णतः स्वस्थ है.

देखें पूरी रिपोर्ट

चिकित्सकों ने बचा ली उसकी जान
बता दें कि जिले के डुमरिया पकड़ी के रहने वाले वाल्मीकि सहनी का पुत्र कौशल कुमार घर से निकलकर दुकान पर जा रहा था. उसी दौरान पिछे से एक तेज गति से आ रहे बाइक ने रौंद दिया और चालक फरार हो गया. उसके बाद बेहोशी की हालत में कौशल को लेकर उसके परिजन शहर के हर्ष हॉस्पिटल गये. जहां न्यूरो सर्जरी कर चिकित्सकों ने उसकी जान बचा ली.

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