मोतिहारी: नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र और जिले में लगातार हो रही बारिश से जिले से होकर बहने वाली प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. गंडक और सिकरहना खतरे के लाल निशान को छूने को बेताब है. वहीं लालबकेया खतरे के निशान पर है और बागमती ने खतरे के लाल निशान को छू लिया है.
बागमती का पानी पताही और पकड़ी दयाल प्रखंड के गांवों तक पहुंच चुका है. लिहाजा, जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक और पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने पकड़ीदयाल और पताही प्रखंड के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण किया. बाढ़ का पानी बढ़ने की स्थिति में आम लोगों को सुरक्षित रखने के लिए डीएम ने अधिकारियों को निर्देश भी दिया है.
डीएम का अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि गंडक, सिकरहना और लालबकेया का जलस्तर बढ़ रहा है. लेकिन बागमती का पानी पताही प्रखंड के देवापुर और जिहुली गांव में फैल गया है. जिसे देखते हुए अधिकारियों को बाढ़ राहत कैंप और सामुदायिक किचेन की तैयारियां शुरु करने का निर्देश दिया गया है.
बागमती कई प्रखंडों में मचाती है तांडव
दरअसल, बागमती नदी जिले के देवापुर के पास शिवहर जिला में प्रवेश करती है. लेकिन उसका जलस्तर बढ़ने से ढाका, पताही, मधुबन और पकड़ीदयाल प्रखंड के कई गांवों में तबाही मचाती है, क्योंकि देवापुर से लेकर शिवहर जिले के बेलवा गांव तक बागमती नदी पर तटबंध नहीं बना है. जिस कारण बागमती के पानी से इन प्रखंडों में तबाही आ जाती है.