पूर्वी चंपारण: जन सुराज पदयात्रा (Jan Suraj Padyatra) के 52वें दिन आज प्रशांत किशोर ने अरेराज में पदयात्रा कर रहे हैं. वे अरेराज से चलकर हरसिद्धि प्रखंड के गायघाट पहुंचेंगे और सैकड़ों पदयात्रियों के साथ वहीं रात्रि विश्राम करेंगे। इस दौरान आज जन सुराज पदयात्रा चडरहिया, घिवाढार, मटीवारिया और गायघाट पंचायत में जाएंगे। पदयात्रा की शुरुआत करने के बाद प्रशांत किशोर सबसे पहले सोमेश्वर नाथ मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की और हरसिद्धि की ओर आगे बढ़े.
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"चाचा-भतीजा की वजह से बिहार पिछड़ा": प्रशांत किशोर ने पदयात्रा शुरू करने से पूर्व प्रखंड के कस्तूरबा गांधी हाई स्कूल प्रांगण स्थित पदयात्रा शिविर में मीडिया से बात की. उन्होंने बिहार के पिछड़ेपन के लिए नीतीश कुमार और लालू यादव को जिम्मेदार बताया. प्रशांत किशोर ने कहा कि 30-35 साल से दोनों भाइयों ने और अब चाचा-भतीजा मिलकर बिहार को पिछड़ा बनाए हुए हैं. बिहार के विकसित नहीं होने की जवाबदेही इन लोगों की ही है.
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"नीतीश कुमार अब उम्रदराज हो गए": प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला (Prashant Kishore On CM Nitish Kumar) करते हुए कहा कि वे अब एक उम्रदराज व्यक्ति हो गए हैं. अब उन्हें घबराहट भी होने लगी है ,वे बोलना कुछ और चाहते हैं और बोल कुछ और जाते हैं. जैसा उन्होंने पूर्व में कहा था कि प्रशांत किशोर को कुछ नहीं आता , तो आप बताइए कि उन्होंने 2 वर्ष अपने घर में मुझे क्यों रखा. नीतीश कुमार अब सामाजिक-राजनीतिक रूप से अकेले पड़ गए हैं. जिन लोगों के साथ वे सत्ता में बैठे हुए हैं, वे उन पर भरोसा ही नहीं करते. नीतीश कुमार जिन लोगों को आगे बढ़ाने का प्रयास का दिखावा कर रहें हैं, उन पर वे खुद विश्वास नहीं करते.
पूर्वी चंपारण में एक महीने पदयात्रा: इसके बाद जन सुराज पदयात्रा के उद्देश्य पर विस्तार से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पूर्वी चंपारण के लिए एक माह में 400-450 किलोमीटर का रूट बनाया गया है. पूर्वी चंपारण में भी यात्रा अलग-अलग प्रखंडों और पंचायतों से गुजरते हुए लगभग एक महीने चलेगी. इस दौरान सभी पंचायतों की समस्याओं का संकलन करेंगे और उसके समाधान के साथ पंचायत आधारित विकास का ब्लूप्रिंट भी जारी करेंगे. हमारा प्रयास है कि समाज को मथकर सही लोगों को समाज के बीच से लाकर एक मंच पर खड़ा किया जाए. सभी लोगों की सहमति होगी तो दल भी बनाया जाएगा और बिहार के बेहतर भविष्य के लिए चुनाव भी लड़ा जाएगा.
पश्चिम चंपारण बाढ़ से ज्यादा प्रभावित: पूर्वी चंपारण में पदयात्रा के दौरान दिख रही समस्यायों का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने बताया कि पूर्वी चंपारण में 2 दिनों की पदयात्रा के आधार पर मेरा शुरुआती आकलन है कि पश्चिमी चंपारण के मुकाबले पूर्वी चंपारण की स्थिति बेहतर हैं. उसकी एक वजह यह है कि यहां जिन इलाकों में मैं अब तक गया हूं वहां बाढ़ की समस्या नहीं है. जबकि पश्चिमी चंपारण में ज्यादातर प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति रहती है.
"बिहार में ये दोनों भाई जी लोग हैं, जो बिहार में 35 साल से चला रहे हैं, अब चाचा-भतीजा आ गए हैं. ये इनकी नाकामी है. अपनी नकामी को छुपाने के लिए इन लोगों ने आपके मन में ऐसा बैठा दिया कि बिहार को इससे बेहतर बनाया ही नहीं जा सकता" - प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार