मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में 6आरोपियों के घर पर पुलिस ने डुगडुगी (Police pasted Notice On Accused house In Motihari ) बजाकर इश्तेहार चिपकाया. ये सारे आरोपी आरटीआई एक्टिविस्ट विपिन अग्रवाल हत्याकांड (RTI Activist Vipin Agarawal Murder Case) में फरार चल रहे है. पुलिस ने साफ तौर पर चेतावनी दिया है कि इश्तेहार चिपकाने के बाद सारे आरोपी कोर्ट में हाजिर नहीं होते हैं, तो उनके घर की कुर्की जब्ती की जाएगी. फरार आरोपियों पप्पू खंडेलवाल, कुंजी लाल साह, गौतम अग्रवाल, हीरा अग्रवाल, भुवाल प्रसाद और प्रमोद अग्रवाल के मकान पर दंड प्रक्रिया संहिता 82 के तहत इश्तेहार चिपकाया है.
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पिछले वर्ष की गई थी आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या: बता दें कि पिछले साल 24 सितंबर को दिनदहाड़े हरसिद्धि के प्रखण्ड कार्यालय गेट के पास आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को गोलियों से भूनकर अपराधियों ने हत्या कर दी थी. परिजनों ने अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. घटना के बाद पुलिस अनुसंधान में कई लोगों के नाम सामने आए, जिसमें आठ लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. जबकि विपिन हत्याकांड के छह आरोपी फरार हैं. जिनके खिलाफ इश्तेहार चिपकाया गया है.
दरअसल, आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हरसिद्धि बाजार के सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे. जिस कारण विपिन अग्रवाल भूमि माफिया समेत कई सफेदपोश के निशाने पर थे. विपिन अग्रवाल पर कई झूठे मुकदमे कराये गए थे. अपराधियों के द्वारा कई बार हमला भी करवाया गया था. लेकिन पिछले साल 24 सितंबर 2021 को प्रखंड कार्यालय के पास बाइक सवार अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी थी.
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बेटे ने भी किया आत्मदाह: वहीं, विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर उनके पुत्र रोहित ने 24 मार्च 2022 की रात में अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी थी. जख्मी हुए रोहित की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था. पिता के हत्या के बाद न्याय की मांग को लेकर अधिकारियों का दरवाजा खटखटाते रोहित ने खौफनाक कदम उठाया और अपनी जान दे दी. पुलिस ने दिवंगत कार्यकर्ता के पुत्र के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
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