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प्रशांत किशोर ने कहा-'राजद के 15 वर्षों के शासनकाल में बिहार गर्त में चला गया'

प्रशांत किशोर ने कहा कि सभी पार्टियां विकास का दावा करती है, लेकिन विकास कोई पार्टी नहीं करती. राजद के पंद्रह वर्षों के शासन काल में बिहार गर्त में चला गया और वह आज विकास की बातें कर रहे हैं. उनको मैं गंभीरता से नहीं ले सकता. जन सुराज यात्रा पर (Jan Suraj Yatra) निकले प्रशांत किशोर पूर्वी चंपारण जिला के विभिन्न प्रखंडों का दौरा करते हुए चिरैया पहुंचे थे.

प्रशांत किशोर
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Published : Dec 7, 2022, 6:50 PM IST

मोतिहारी: जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर (Prashant Kishor Jan Suraj Yatra) पूर्वी चंपारण जिला के विभिन्न प्रखंडों का दौरा करते हुए बुधवार को चिरैया पहुंचे. प्रशांत किशोर ने चिरैया कोठी गांव में मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी पार्टियां विकास का दावा करती है. लेकिन विकास कोई पार्टी नहीं करती है. राजद के पंद्रह वर्षों के शासन काल में बिहार गर्त में चला गया और वह आज विकास की बातें कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे राजद की बातों काे गंभीरता से नहीं लेते.

इसे भी पढ़ेंः 'झंडा लेके घूमे से समाज सुधरे वाला नईखे, जेकरा के लोग चुन के निकाली उहे विधायक बनी'

राजद के शासनकाल में बिहार गर्त में चला गया.

अभियान वापस ले लेंगेः प्रशांत किशोर ने कहा कि गंभीरता से वे नीतीश कुमार की कही बातों को ले रहे हैं, लेकिन उनकी समझ है कि नीतीश का आंकलन गलत है. उन्होंने झूठा वादा किया है. अगर उन्होंने गलत वादा नहीं किया है,तो गलत साबित कर दें और दस लाख युवाओं को नौकरी दे दें. इसके बाद वे अपना पूरा अभियान वापस ले लेंगे और उनका समर्थन करके उनको अपना नेता मान लेंगे. पीके ने कहा कि जो शिक्षक चार लाख हैं, उनको वेतन नहीं मिल रहा है. वित्तरहित संस्थाओं को पैसा नहीं दे पा रहे हैं. सांख्यिकी वाले सवा लाख लड़कों को हटा दिया गया.

शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्तः प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों ने सरकारी विद्यालयों को खिचड़ी बांटने का सेंटर और सरकार की सुविधाओं का केंद्र बना लिया है. विद्यालयों में फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे भवन, शिक्षक और बच्चे इनमें कोई समायोजन नहीं है. इसी वजह से बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. बिहार में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो जाना यह केवल शिक्षकों की जिम्मेदारी नहीं है. यह बड़े स्तर पर प्रशासक और शासकों की शिक्षा को लेकर कोई सोच ना होने का परिणाम है. नीतीश कुमार जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति होने के बाद भी राज्य में शिक्षा में अब तक कोई बदलाव ना आना यह उनके कार्यकाल का एक काला अध्याय है.

इसे भी पढ़ेंः बिहार में शिक्षा व्यवस्था का ध्वस्त हो जाना नीतीश कुमार की सबसे बड़ी नाकामी: प्रशांत किशोर

बड़ा जयराम में रात्रि विश्राम करेंगेः प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा बुधवार को मीरपुर के चिरैया कोठी गांव से चलकर खड़तरी पूर्वी, मधुबनी, राघोपुर से होते हुए बड़ा जयराम फील्ड में रात्रि विश्राम करेगी. प्रशांत किशोर ने पदयात्रा शुरू होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के माध्यम से शिक्षा, कृषि, स्वास्थ जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बातें रखी थी.

"सभी पार्टियां विकास का दावा करती है, लेकिन विकास कोई पार्टी नहीं करती है. राजद के पंद्रह वर्षों के शासन काल में बिहार गर्त में चला गया और वह आज विकास की बातें कर रहे हैं. उनको मैं गंभीरता से नहीं ले सकता"-प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार

मोतिहारी: जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर (Prashant Kishor Jan Suraj Yatra) पूर्वी चंपारण जिला के विभिन्न प्रखंडों का दौरा करते हुए बुधवार को चिरैया पहुंचे. प्रशांत किशोर ने चिरैया कोठी गांव में मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी पार्टियां विकास का दावा करती है. लेकिन विकास कोई पार्टी नहीं करती है. राजद के पंद्रह वर्षों के शासन काल में बिहार गर्त में चला गया और वह आज विकास की बातें कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे राजद की बातों काे गंभीरता से नहीं लेते.

इसे भी पढ़ेंः 'झंडा लेके घूमे से समाज सुधरे वाला नईखे, जेकरा के लोग चुन के निकाली उहे विधायक बनी'

राजद के शासनकाल में बिहार गर्त में चला गया.

अभियान वापस ले लेंगेः प्रशांत किशोर ने कहा कि गंभीरता से वे नीतीश कुमार की कही बातों को ले रहे हैं, लेकिन उनकी समझ है कि नीतीश का आंकलन गलत है. उन्होंने झूठा वादा किया है. अगर उन्होंने गलत वादा नहीं किया है,तो गलत साबित कर दें और दस लाख युवाओं को नौकरी दे दें. इसके बाद वे अपना पूरा अभियान वापस ले लेंगे और उनका समर्थन करके उनको अपना नेता मान लेंगे. पीके ने कहा कि जो शिक्षक चार लाख हैं, उनको वेतन नहीं मिल रहा है. वित्तरहित संस्थाओं को पैसा नहीं दे पा रहे हैं. सांख्यिकी वाले सवा लाख लड़कों को हटा दिया गया.

शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्तः प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों ने सरकारी विद्यालयों को खिचड़ी बांटने का सेंटर और सरकार की सुविधाओं का केंद्र बना लिया है. विद्यालयों में फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे भवन, शिक्षक और बच्चे इनमें कोई समायोजन नहीं है. इसी वजह से बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. बिहार में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो जाना यह केवल शिक्षकों की जिम्मेदारी नहीं है. यह बड़े स्तर पर प्रशासक और शासकों की शिक्षा को लेकर कोई सोच ना होने का परिणाम है. नीतीश कुमार जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति होने के बाद भी राज्य में शिक्षा में अब तक कोई बदलाव ना आना यह उनके कार्यकाल का एक काला अध्याय है.

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बड़ा जयराम में रात्रि विश्राम करेंगेः प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा बुधवार को मीरपुर के चिरैया कोठी गांव से चलकर खड़तरी पूर्वी, मधुबनी, राघोपुर से होते हुए बड़ा जयराम फील्ड में रात्रि विश्राम करेगी. प्रशांत किशोर ने पदयात्रा शुरू होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के माध्यम से शिक्षा, कृषि, स्वास्थ जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बातें रखी थी.

"सभी पार्टियां विकास का दावा करती है, लेकिन विकास कोई पार्टी नहीं करती है. राजद के पंद्रह वर्षों के शासन काल में बिहार गर्त में चला गया और वह आज विकास की बातें कर रहे हैं. उनको मैं गंभीरता से नहीं ले सकता"-प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार

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