मोतिहारी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सत्तरघाट पुल का लोकार्पण किया. वहीं, पुल पर फीता काटकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री विनोद नारायण झा ने उद्घाटन किया. करीब 264 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पुल आठ वर्षों में बनकर तैयार हुआ है.
गंडक नदी पर बने इस पुल से कई जिलों की दूरी कम हो जाएगी. इस अवसर पर राज्य सरकार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री और पूर्वी चम्पारण के जिला प्रभारी मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि तिरहुत कमिश्नरी इस पुल के माध्यम से सारण कमिश्नरी से जुड़ गया है. उन्होंने कहा कि इस पुल से राज्य के कई जिलों से पटना की दूरी काफी कम हो गई है. साथ ही यहां के किसानों को भी अपनी उपज को दूसरे जिले और राज्य में अन्य जगह पहुंचाने में काफी मदद मिलेगी.
2012 में सीएम ने किया था शिलान्यास
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि यह पुल राम जानकी पथ के लिए काफी महत्त्व का है. साथ ही दुनिया के सबसे ऊंचे केसरिया बौद्ध स्तूप के दर्शन को आने वाले पर्यटकों के लिए काफी लाभदायक होगा. गंडक नदी पर बने इस पुल के निर्माण का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने 20 अप्रैल 2012 को किया था. इस पुल की कुल लम्बाई 1440 मीटर है, जबकि पुल का एप्रोच रोड 9 किलीमीटर का है.
'लोकार्पण के मौके पर कई मंत्री रहे मौजूद'
सत्तरघाट पुल के लोकार्पण के अवसर पर कला संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार, सहकारिता मंत्री राणा रंधीर सिंह सहित पूर्वी चम्पारण और गोपालगंज के कई विधायक मौजूद रहे. इसके अलावा दोनों जिलों के डीएम भी मौजूद रहे.