मोतिहारी: बिहार की राजनीतिक गलियारों में आजकल भूत-प्रेत को लेकर काफी चर्चाएं हो रही है. साथ हीं नीति आयोग की आई रिपोर्ट के अलावा गणतंत्र दिवस में बिहार की जल-जीवन-हरियाली की झांकी को शामिल करने से इंकार किए जाने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है.
लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीति आयोग की आई रिपोर्ट पर बिहार सरकार को सोचने की सलाह दी है. वहीं, 26 जनवरी की प्रस्तावित झांकी को रिजेक्ट किए जाने पर कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
'झांकियों के प्रदर्शन का निर्णय कमेटी करती है'
गणतंत्र दिवस के मौके पर बिहार की प्रस्तावित जल-जीवन-हरियाली की झांकी रिजेक्ट किए जाने के बाद नेताओं की बयान बाजी शुरु हो गई है. यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मुद्दे पर सधे हुए अंदाज में जबाब दिया है. इस मामले में मोतिहारी पहुंचे प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि झांकियों को लेकर एक विशेष कमेटी बनती है. जिस कमेटी में सभी राज्य झांकी के रुपरेखा की विस्तृत जानकारी देते हुए आवेदन करते हैं. जिस आवेदन के आधार पर झांकियों के प्रदर्शन का निर्णय कमेटी लेती है.
'नीति आयोग की रिपोर्ट को बिहार सरकार गंभीरता से ले'
बिहार की राजनीतिक गलियारों में इनदिनों भूत-प्रेत और जादू-टोना को लेकर भी चर्चाएं चल रही है. लेकिन इस मुद्दे को लेकर प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इन चीजों पर विश्वास नहीं होने की बात बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति को अपने धर्म, विश्वास और आस्था को लेकर पूरी आजादी है. नीति आयोग की आई रिपोर्ट में बिहार को अंतिम पायदान पर जगह मिला है. इस संबंध में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार सरकार को इसपर सोचना चाहिए और विशेष कदम उठाना चाहिए.