पूर्वी चंपारण(मोतिहारी): पूर्वी चंपारण का बालिका गृह एक बार फिर से सुर्खियों में है. बाल संरक्षण इकाई मोतिहारी (Child Protection Unit Motihari) के बच्चियां सरकार के प्रयास से शिक्षा के क्षेत्र में ऊंची उड़ान भरने को तैयार है. विगत आठ माह से बालिका गृह में आवासित एक बच्ची बेंगलूरू स्थित यूरिडियन एकेडमी (Euridian Academy in Bangalore) में एक वर्षीय होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स करने के लिए बाल दिवस के अवसर पर सोमवार को बेंगलूरु के लिए रवाना हुई. इस मौके पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक, बाल संरक्षण इकाई की निदेशक ममता झा समेत कई अधिकारियों ने बच्ची को शुभकामना देकर बेंगलुरू के लिए रवाना किया.
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23 बालक व बालिकाओं का होगा नामांकन : बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा राज्य के कुल 23 बालक व बालिकाओं को होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स में नामांकन कराया जा रहा है. जिसमें मोतिहारी बालिका गृह की भी एक बच्ची है. कोर्स को पूरा करने के बाद इन्हें बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेगा. सरकार ने वर्ष 2020 में भी मोतिहारी बालिका गृह की दो बच्चियों को बेंगलूरू स्थित यूरिडियन एकेडमी में एक वर्षीय होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स कराकर रोजगार के अवसर को उपलब्ध कराया है.
पिता के व्यवहार से छोड़ दी थी घर : हरसिद्धि प्रखंड की एक बच्ची पिता के व्यवहार से तंग आकर विगत मार्च महीने में घर छोड़कर निकल गई. उसकी मां का देहांत हो चुका है और वह अपने पिता के शराब पीने की आदत से परेशान थी. घर से निकली बच्ची को पुलिस ने बालिका गृह में पहुंचा दिया. बच्ची अपने घर जाना नहीं चाहती है और उसका पिता भी उसे घर ले जाने को इच्छुक नहीं है. जहां वह विगत आठ महीने से रह रही है.
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'बालिका गृह के बच्चियों को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार के समाज कल्याण विभाग ने उन्हें व्यवसायिक शिक्षा देने की व्यवस्था की है. बच्चियों को सरकार के खर्च पर होटल मैनेजमेंट कोर्स कराया जाता है. समाज कल्याण विभाग ने बालिका गृह के 8वीं पास बच्चियों के लिए विशेष रूप से ऐसा प्रावधान किया है. उन्हे एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स कराया जा सकता है." -शीर्षत कपिल अशोक, डीएम