मोतिहारी : बिहार के मोतिहारी दौरे पर आए सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के जेडीयू के विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव ने सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले तीन दिनों तक अनुपस्थित रहे छात्रों के नाम काटने के मामले पर ऐतराज जताया है. एमएलसी वीरेंद्र यादव ने कहा कि इस मामलें में वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री और विभागीय अधिकारियों से बात करेंगे. उन्होंने इस मामले को विधान परिषद में भी उठाने की बात कही.
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'नाम काटने के बदले दूसरे विकल्प पर हो विचार ': साथ हीं वीरेंद्र यादव ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में गरीबों के बच्चे पढ़ते हैं. जिनके साथ न्याय होना चाहिए और नाम काटने के बदले दूसरे विकल्पों पर सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले दो दशक से बिहार की शिक्षा में सुधार का विषय सरकार, राजनीतिज्ञ और समाज के प्रबुद्ध लोगों के सामने चुनौती के रूप में खड़ा है. सरकार भी राज्य के शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने में लगी है. शिक्षा विभाग के सभी समस्याओं का समाधान सरकार कर रही है. उसका अच्छा परिणाम भी दिख रहा है.
"प्राथमिक विद्यालय से लेकर महाविद्यालय तक नब्बे प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ी है. यह सरकार के लिए प्रशंसा का विषय है. अगर इस सुधार कार्य के कारण कुछ गड़बड़ी हो गई है, तो उसपर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे."- वीरेंद्र नारायण यादव, एमएलसी, जेडीयू
'गरीब बच्चों के साथ हो न्याय': एमएलसी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में आम आदमी, गरीब किसान और मजदूर के बच्चे पढ़ते हैं. उन बच्चों के साथ हर तरह से न्याय होना चाहिए. सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के जदयू विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव एक कार्यक्रम में भाग लेने मोतिहारी आए थे. जहां उन्होंने सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले वैसे छात्रों के नाम काटे जाने से चिंतित दिखे. उन्होंने नाम काटने के बजाय दूसरे विकल्प पर विचार करने के लिए सरकार से बात करने के बारे में कहा.