मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण में सांप काटने से व्यक्ति की मौत (Man Died At Motihari By Snake Bite) हो गई. तुरकौलिया थाना क्षेत्र में रात के समय घर में सोते हुए व्यक्ति को जहरीले सांप ने डंस लिया जिसके बाद इलाज के लिए डॉक्टर के पास गया. जहां स्थिति सही नहीं होने पर दूसरे चिकित्सक के पास लेकर जाते समय मौत हो गई. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच में जुटी है.
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गर्दन पर सांप काटने से मौत: दरअसल, यह मामला मोतिहारी के शंकर सरैया गांव का है. जहां रात के समय में सोते हुए व्यक्ति के गर्दन पर जहरीले सांप ने डंस लिया (Snake Bite on Neck At Motihari). जिसके बाद आनन-फानन में परिजनों और स्थानीय लोगों ने व्यक्ति को इलाज के लिए लेकर गये. जहां कंपाउंडर ने इलाज किया और उसने पानी चढ़ाना शुरू कर दिया तब मरीज की हालत और बिगड़ने लगी. परिजनों ने जब ऐसी हालत में देखा तो डॉक्टरों को बुलाने की बात कही. जिसपर कंपाउंडर ने कहा कि डॉक्टर अभी आराम कर रहे हैं. आप सब इलाज से मतलब रखिए. मृतक की पहचान शंकर सरैया गांव निवासी प्रभु साह (50 साल) के रुप में हुई.
डॉक्टर के लापरवाही के कारण पिता की मौत: मृतक के बेटे चंद्रकांत कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर के लापरवाही के कारण पिता की मौत हुई है. जब हमलोग पिताजी को हॉस्पीटल लेकर आये उस समय सारे डॉक्टर सोए हुए थे और कंपाउंडर उसके पिता का इलाज कर रहा था. जब साथ में आये लोगों ने कंपाउंडर से डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा तब उसने कहा कि डॉक्टर अभी आराम कर रहे हैं. आपलोग इलाज से मतलब रखिए. उसने आगे बताया कि पिता उस समय तक ठीक थे लेकिन जैसे ही कंपाउंडर ने उसके पिता को पानी चढ़ाना शुरू किया वैसे ही स्थिति बिगड़ने लगी. जिसके बाद अचानक 4:00 बजे सुबह में उसके पिता को सदर अस्पताल से रेफर कर दिया गया. तब रहमानिया ले जाते समय बीच रास्ते में ही मौत हो गई.
परिजनों ने किया प्रदर्शन: मृतक प्रभु साह के परिवार वालों ने सदर अस्पताल के मेन गेट पर शव को रखकर प्रदर्शन करने लगे. सदर अस्पताल में मृत मरीज के परिजनों द्वारा प्रदर्शन करने की सूचना नगर थाना को मिलीृ. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने बुझाकर जाम हटवाया. परिजनों की यह मांग है कि दोषी चिकित्सक पर कार्रवाई की जाए. इधर, प्रभु साह की मौत की जानकारी मिलते ही इमरजेंसी वार्ड के चिकित्सक और चिकित्साकर्मी गायब हैं और इमरजेंसी सेवा ठप पड़ा हुआ है और मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. जानकारी के मुताबिक प्रभु साह घर का इकलौता कमाने वाला शख्स था. इसके दो बेटे और दो बेटियां है. इनमें बड़ा बेटा चंद्रकांत है, जो अभी पढ़ाई कर रहा है. वहीं 16 साल की बेटी गीतांजलि, 8 साल का युवराज और 7 साल की संजना है.
'सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर के लापरवाही के कारण पिता की मौत हुई है. जब हमलोग पिताजी को हॉस्पीटल लेकर आये उस समय सारे डॉक्टर सोए हुए थे और कंपाउंडर उसके पिता का इलाज कर रहा था. जब साथ में आये लोगों ने कंपाउंडर से डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा तब उसने कहा कि डॉक्टर अभी आराम कर रहे हैं. आपलोग इलाज से मतलब रखिए'. - चंद्रकांत कुमार, मृतक का बेटा
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