मोतिहारी : केबीसी -5 में पांच करोड़ की इनामी राशी जीतने वाले सुशील कुमार ने राजकीय पक्षी गौरैया संरक्षण के दिशा में कार्य करना शुरू किया है. सुशील घर-घर जाकर लोगों को गौरैया संरक्षण के लिए जागरूक कर रहे हैं और उन्हें घोंसला मुहैया करा रहे हैं. 2018 में पूर्वी चंपारण जिले में पर्यावरण संरक्षण के दिशा में सुशील ने चंपा से चंपारण अभियान की शुरुआत की थी, जो अब तक जारी है. उसके साथ ही अपने फेसबुक फ्रेंड से गौरैया के प्रति समर्पण से सुशील काफी प्रभावित हुए और चंपा से चंपारण के साथ गौरैया संरक्षण का काम भी उन्होंने शुरू किया है.
फेसबुक मित्र से मिली गौरैया संरक्षण की प्रेरणा
सुबह में अपने स्कूटी में एक झोला लटकाए किसी के बुलावे पर उसके घर अपने खर्च पर तैयार कराये गए गौरैया के घोंसला को लेकर सुशील उसके यहां पहुंच जाते हैं, जहां अपने हाथों से या गृहस्वामी के हाथों से घोंसला उनके घर में लगाते है. सुशील कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि अपने फेसबुक मित्र के कार्यों से मिली प्रेरणा के बाद उन्होंने गौरैया संरक्षण को लेकर अपने लिए ऑनलाइन घोंसला मंगवाया था, जो काफी महंगा था. जिसे स्थानीय कारीगर से सस्ता में बनवाना शुरू किया और लोगों के घरों में वह गौरैया का घोंसला लगाने का अभियान शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि लोगों में धीरे-धीरे जागरूकता आई है और लोग खुद फोन करके उन्हें बुलाते हैं.
गौरैया के लिए घोसला लगाकर हुए खुश
नगर के चाण्यपुरी मुहल्ले में पहुंचे सुशील कुमार ने कई घरों में गौरैया का घोंसला लगाया. इस मुहल्ला के रहने वाले शैलेन्द्र मिश्र बाबा ने बताया कि उन्होंने सुशील कुमार के अभियान के बारे में जानकारी मिलने पर उन्हें अपने घर बुलाया और सुशील गौरैया का घोंसला लेकर आए. जिसे उन्होंने अपने घर में लगाया है. वहीं उसी मुहल्ला के रहने वाले गोपाल जी मिश्रा ने सुशील कुमार को इस अभियान के लिए काफी धन्यवाद दिया. सुभाष मिश्रा ने इस अभियान की तारीफ करते हुए बताया कि सुशील कुमार ने उनके घर में भी गौरैया के लिए घोंसला लगाया है. उन्होंने कहा कि वह दूसरे लोगों को भी गौरैया संरक्षण के लिए प्रेरित करेंगे.
सुशील के गौरैया संरक्षण अभियान से जुड़े छात्र
सुशील कुमार को गौरैया का घोंसला लगाते देख मुहल्ले का एक छात्र काफी प्रभावित हुआ और उनके अभियान को लेकर अपने दोस्तों को जागरूक करने की बात छात्र नीलमणि ने कही. उसने कहा कि वह पर्यावरण की मित्र मानी जाने वाली गौरैया के संरक्षण के लिए अपने मित्रों से सम्पर्क करके घोंसला लगाने के लिए उन्हें प्रेरित करेगा.
वर्ष 2018 से चंपा से चंपारण अभियान किया शुरु
बता दें कि केबीसी- 5 विजेता सुशील कुमार ने वर्ष 2018 में चंपारण की पहचान से जुड़े चंपा का पौधा लगाने का अभियान शुरू किया था और एक लाख से ज्यादा चंपा का पौधा वह अब तक लगा चुके है. उसके साथ ही सुशील ने गौरैया संरक्षण को लेकर भी कार्य शुरु किया है. जिसका काफी असर पूर्वी चंपारण जिले में देखने को मिल रहा है और लोग सुशील के गौरैया संरक्षण के अभियान से जुड़ने लगे हैं.