मोतिहारी : देश के कई हिस्सों में एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. बिहार के भी कई हिस्सों में इसको लेकर प्रदर्शन जारी है. वहीं, जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने पूरे राज्य में सीएए और एनआरसी को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है. इसके तहत प्रदेश के पूर्वी चंपारण, भोजपुर और भागलपुर में जगह-जगह धरना प्रदर्शन किया गया.
पूर्वी चंपारण में प्रदर्शन
जिले के समाहरणालय गेट पर जाप जिलाध्यक्ष मुख्तार प्रसाद के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया. इसके तहत जाप नेताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाए. प्रर्दशन कर रहे नेताओं का कहना देश में बढ़ी बेरोजगारी, अपराधिक घटनाएं और महंगाई जैसी समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल पास कराया है. नेताओं ने वर्तमान सरकार पर देश को बांटने का आरोप लगाया. इस दौरान जाप नेताओं का शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर नागरिकता कानून के खिलाफ अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा.
भोजपुर में जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन
जिला मुख्यालय पर जन अधिकार पार्टी की ओर से एनआरसी और सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन कर रहे जिलाध्यक्ष डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि नागरिकता कानून को लागू कर बीजेपी सरकार देश में धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है. धार्मिक भेदभाव के आधार पर बने इस कानून का सड़क से लेकर संसद तक विरोध किया जा रहा है. वहीं, धरना में शामिल प्रदेश युवा अध्यक्ष अविनाश कुमार ने कहा कि भारत सरकार हर मोर्चे पर फेल है. ऐसे में वह अपने नाकामियों को छुपाने के लिए ऐसा कदम उठाया है. जिससे इनकी नाकामी छिप सके. प्रदर्शन में काफी संख्या में लोग शामिल रहे.
भागलपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन
जिले में जन अधिकार पार्टी के बैनर तले एनआरसी और नागरिकता कानून को लेकर समाहरणालय परिसर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष निरूला खान ने की. प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि यह कानून देश में नफरत का बीज बोने वाला कानून है. इसके साथ ही यह देश की अखंडता और धर्मनिरपेक्षता पर चोट करने वाला कानून है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.