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BSSC Paper Leak: एडीजी बोले-'गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के बाद जांच में तेजी, शक के दायरे में कई लोग'

BSSC Paper Leak बीएसएससी पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई को बड़ी सफलता मिली है. EOU ने सुपौल में छापेमारी कर मुख्य आरोपी अजय और कांड में सहयोगी उसके भाई विजय को गिरफ्तार कर (bssc paper leak main accused arrested ) लिया है. इस मामले में सोमवार को एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कई खुलासे किये.

बीएसएससी
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Published : Dec 26, 2022, 5:40 PM IST

एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार.

पटना : BSSC PAPER LEAK मामले में आर्थिक अपराध इकाई को 2 दिन बाद ही बड़ी सफलता मिली है. EOU ने सुपौल में छापेमारी कर मुख्य अभियुक्त परीक्षार्थी अजय कुमार और कांड में सहयोगी उसके भाई विजय को गिरफ्तार कर लिया है. अजय के पिता दारोगा हैं और बेतिया थाने में पदस्थापित (Bettiah sub inspector son ajay) हैं. इस मामले में एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अबतक चार लोगों काे गिरफ्तार किया गया है.

इसे भी पढ़ेंः BSSC Paper Leak Scandal: मास्टरमाइंड के दारोगा पिता ने कहा- 'कोई नहीं चाहेगा कि बेटा गलत काम करे'

'कोडिंग टेक्निक से यह पता चल गया कि यह क्वेश्चन पेपर किस अभ्यार्थी के पास था. उस परीक्षार्थी को भी लोकेट कर लिया गया. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. साथ-साथ उसके भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पटना के मुसल्लहपुर हाट से दो सॉल्वर को भी गिरफ्तार कर लिया गया. आयोग के द्वारा जो सुरक्षा के उपाय रखे गए थे इससे आर्थिक अपराध इकाई को काफी सहयोग मिला'- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी मुख्यालय

पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी कर रहे हैं जांचः जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा कांड संख्या 40/ 2022 दर्ज किया गया है. जिसमें धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धारा लगाई गई है. इस पूरे मामले की जांच में पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी हैं. उनके द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है. परीक्षा प्रारंभ होने के आधे समय के बाद लगभग 10:53 से लेकर 1:11 बजे के बीच क्वेश्चन को मोबाइल से खींच कर बाहर भेजा गया था. टीम के द्वारा इसकी जांच की गई तो पता चला कि मोतिहारी जिले से लीक हुआ है यह पता चला कि शांति निकेतन स्कूल से हुआ है.

इसे भी पढ़ेंः BSSC Paper Leak : सेंटर पर जैमर लगे होने के बाद भी कैसे बाहर आ रहा पेपर, साहब! कुछ तो गड़बड़ है

कई लोग संदेह के घेरे मेंः यह भी पता चल गया कि किस कमरे से पेपर आउट हुआ था. कोडिंग टेक्निक से यह पता चल गया कि यह क्वेश्चन पेपर किस अभ्यार्थी के पास था. उस परीक्षार्थी को भी लोकेट कर लिया गया. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. साथ-साथ उसके भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पटना के मुसल्लहपुर हाट से दो सॉल्वर को भी गिरफ्तार कर लिया गया. आयोग के द्वारा जो सुरक्षा के उपाय रखे गए थे इससे आर्थिक अपराध इकाई को काफी सहयोग मिला. गिरफ्तार लोगों की निशानदेह पर आगे की जांच की जा रही है. साथ साथ कई लोग संदेह के घेरे में है उस बिंदु पर भी जांच की जा रही है.

कब हुआ था पेपर लीकः बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त परीक्षा प्रदेश के 38 जिले के 528 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गयी है. शुक्रवार 23 दिसंबर को प्रथम शिफ्ट की परीक्षा के दौरान कुछ प्रश्न पेपर के फोटो व्हाट्सएप पर वायरल हुए. परीक्षा देकर बाहर निकलने के बाद जब इसका मिलान किया तो सभी छात्रों ने बताया कि प्रश्न हूबहू यही थे


एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार.

पटना : BSSC PAPER LEAK मामले में आर्थिक अपराध इकाई को 2 दिन बाद ही बड़ी सफलता मिली है. EOU ने सुपौल में छापेमारी कर मुख्य अभियुक्त परीक्षार्थी अजय कुमार और कांड में सहयोगी उसके भाई विजय को गिरफ्तार कर लिया है. अजय के पिता दारोगा हैं और बेतिया थाने में पदस्थापित (Bettiah sub inspector son ajay) हैं. इस मामले में एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अबतक चार लोगों काे गिरफ्तार किया गया है.

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'कोडिंग टेक्निक से यह पता चल गया कि यह क्वेश्चन पेपर किस अभ्यार्थी के पास था. उस परीक्षार्थी को भी लोकेट कर लिया गया. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. साथ-साथ उसके भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पटना के मुसल्लहपुर हाट से दो सॉल्वर को भी गिरफ्तार कर लिया गया. आयोग के द्वारा जो सुरक्षा के उपाय रखे गए थे इससे आर्थिक अपराध इकाई को काफी सहयोग मिला'- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी मुख्यालय

पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी कर रहे हैं जांचः जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा कांड संख्या 40/ 2022 दर्ज किया गया है. जिसमें धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धारा लगाई गई है. इस पूरे मामले की जांच में पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी हैं. उनके द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है. परीक्षा प्रारंभ होने के आधे समय के बाद लगभग 10:53 से लेकर 1:11 बजे के बीच क्वेश्चन को मोबाइल से खींच कर बाहर भेजा गया था. टीम के द्वारा इसकी जांच की गई तो पता चला कि मोतिहारी जिले से लीक हुआ है यह पता चला कि शांति निकेतन स्कूल से हुआ है.

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कई लोग संदेह के घेरे मेंः यह भी पता चल गया कि किस कमरे से पेपर आउट हुआ था. कोडिंग टेक्निक से यह पता चल गया कि यह क्वेश्चन पेपर किस अभ्यार्थी के पास था. उस परीक्षार्थी को भी लोकेट कर लिया गया. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. साथ-साथ उसके भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पटना के मुसल्लहपुर हाट से दो सॉल्वर को भी गिरफ्तार कर लिया गया. आयोग के द्वारा जो सुरक्षा के उपाय रखे गए थे इससे आर्थिक अपराध इकाई को काफी सहयोग मिला. गिरफ्तार लोगों की निशानदेह पर आगे की जांच की जा रही है. साथ साथ कई लोग संदेह के घेरे में है उस बिंदु पर भी जांच की जा रही है.

कब हुआ था पेपर लीकः बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त परीक्षा प्रदेश के 38 जिले के 528 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गयी है. शुक्रवार 23 दिसंबर को प्रथम शिफ्ट की परीक्षा के दौरान कुछ प्रश्न पेपर के फोटो व्हाट्सएप पर वायरल हुए. परीक्षा देकर बाहर निकलने के बाद जब इसका मिलान किया तो सभी छात्रों ने बताया कि प्रश्न हूबहू यही थे


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