मोतिहारी: जिले के नीलाम पत्र कार्यालय के तीन कर्मचारियों के निलंबन का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है. जिला प्रशासन और कर्मचारी संगठन निलंबन के खिलाफ आमने-सामने आ गए हैं. डीएम द्वारा कर्मचारियों का निलंबन वापस नहीं लेने से नाराज कर्मचारी संगठन ने 30 अगस्त से दो दिवसीय कलमबंद हड़ताल करने का निर्णय लिया है.
भड़क गए थे एडीएम
गौरतलब है कि बीते 19 अगस्त की शाम को एडीएम और डीडीसी शाम नीलाम पत्र कार्यालय जांच के लिए पहुंचे थे. जहां एडीएम निलामवाद वारंटी को कुर्सी पर बैठा देख भड़क गए थे. उन्होंने कार्यालय के सभी कर्मचारियों के निलंबन को लेकर डीएम से इसकी अनुशंसा की थी. वहीं, डीएम ने मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रधान सहायक मो. परवेज, सहायक मुकेश पांडे और कार्यालय परिचारी अभिमन्यू कुशवाहा को निलंबित कर दिया गया था. वारंटी के ऋण की राशि का समय समायोजन कर वारंट वापस ले लिया गया. जिसके बाद कर्मचारी संगठन ने एडीएम की इस कार्रवाई के बाद उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. परिणाम स्वरूप दस दिनों तक नीलाम पत्र कार्यालय में ताला लटका रहा है.
डीएम को सौंपा था ज्ञापन
कर्मचारी संगठन ने डीएम से मिलकर कर्मचारियों का निलंबन वापस लेने समेत कई मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा था. संगठन ने 29 अगस्त तक मांगे पूरी करने की डेडलाइन दी थी. लेकिन डीएम ने इसे नजरअंदाज कर दिया. इसको लेकर गुरुवार शाम संघ भवन में बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के नेताओं की बैठक की गई. संगठन ने प्रस्ताव पारित कर 30 और 31 अगस्त को सांकेतिक कलमबंद हड़ताल करने का निर्णय किया है. संगठन के नेताओं का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं पूरी हुईं, तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी.