पूर्वी चंपारण(मोतिहारी): जिले को सीतामढ़ी से जोड़ने वाली लालबकेया नदी पर जमुआघाट के पास नवनिर्मित सड़क पुल का गुरुवार को उद्घाटन करने पहुंचे ढ़ाका विधायक फैसल रहमान को भारी विरोध का सामना करना पड़ा है. बता दें, उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया प्रखंड जमुआ, पकड़िया, मड़पा के अलावा आस पास के ग्रामीण पुल पर पहुंच गए और विधायक को काला झंडा दिखाते हुए उद्घाटन का विरोध करने लगे, साथ हीं सड़क को भी जाम कर दिया. बाद में पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी के स्थानीय प्रशासन ने काफी मशक्कत के बाद दोनों तरफ के लोगों की भीड़ को हटाया.
विधायक फैसल रहमान को पुल उद्घाटन का नही है अधिकार
पुल उद्घाटन का विरोध कर रहे सीतामढ़ी जिला के जमुआ पंचायत के ग्रामीण विजय साह ने बताया कि इस पुल की लड़ाई उन लोगों ने लड़ी है. पुलिस की लाठियां उन लोगों ने खाई है. उन्होंने बताया कि इस पुल के निर्माण में विधायक फैसल रहमान का कोई योगदान नहीं है, इसलिए उनको उद्घाटन करने का भी कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने पुल उद्घाटन करने से विधायक को रोका था, लेकिन फिर भी ये उद्घाटन करने चले आए.
भाजपा नहीं चाहती है विकास हो- विधायक
वहीं, पुल के उद्घाटन के बाद हुए विरोध को सिरे से खारिज करते हुए ढ़ाका विधायक फैसल रहमान ने इसे विरोधियों की साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग चाहते नहीं हैं कि विकास हो, वे लोग केवल संप्रदायिक तनाव पैदा करना चाहते हैं, जो राजद नहीं करती है. उन्होंने कहा कि पुल उद्घाटन करना था, जिसे उन्होंने आज कर दिया है.
पुल के नामकरण को लेकर है विरोध
दरअसल, लोगों का विरोध पुल के नामकरण को लेकर है. विधायक फैसल रहमान ने पुल का नाम "रहमान सेतु" रख दिया है, जिसका विरोध सीतामढ़ी के बैरगनिया प्रखंड के लोग कर रहे हैं और पुल का नाम बदलकर दुबारा उद्घाटन करने की बात भी कह रहे हैं. बता दें कि इस पुल की प्राक्कलन राशि लगभग 18 करोड़ रुपये है और इस पुल की लंबाई 275 मीटर है और चौड़ाई 8 मीटर है.