मोतिहारी: कोरोना संदिग्ध मरीज के सैंपल जांच में देरी के कारण पूर्वी चंपारण जिला में कम्यूनिटी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. राज्य सरकार के दावों के विपरित आरटीपीसीआर से होने वाले सैंपल जांच में जिले के कई सौ सैंपल की जांच पेंडिंग पड़ी हुई है. कुछ मरीजों की जांच रिपोर्ट जब उसे मिलता है, तबतक उसका आइसोलेशन पीरियड समाप्त हो चुका होता है. सिविल सर्जन खुद मान रहे हैं कि आरटीपीसीआर में जांच के लिए भेजे गए सैंपल की जांच कई दिनों से पेंडिंग हैं.
आरटीपीसीआर में सैंपल जांच में हो रही देरी
सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद ने बताया कि दो तरह से कोरोना की जांच की जा रही है. एक तरह ट्रू नेट से प्रतिदिन 25 सैंपलों की जांच हो रही है. वहीं दूसरी तरफ स्वाब का सैंपल मुजफ्फरपुर के आरटीपीसीआर लैब भेजा जा रहा है. जहां कुछ सैंपलों की जांच पेंडिंग पडीं हुई हैं.
460 रिपोर्ट है पेंडिंग
बता दें कि जिला में ट्रू नेट और एंटीजन के माध्यम से कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच हो रही है. इसके अलावा मुजफ्फरपुर के आरटीपीसीआर लैब में सैंपल की जांच हो रही है. आरटीपीसीआर में अब तक 460 मरीजों के सैंपल की जांच पेंडिंग है. जबकि ट्रू नेट से होने वाली जांच में 297 सैंपलों की रिपोर्ट पेंडिंग है.