मोतिहारी: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वी चंपारण जिला में बीते आधी रात के बाद जमकर बारिश हुई. आंधी पानी के साथ हुई ओलावृष्टि से खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो गईं. साथ ही आम और लीची के टिकोला को भी क्षति हुई है. हालांकि कई दिनों से पड़ रही गर्मी के बीच इस बारिश से लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है. कृषि विभाग किसानों के फसलों के हुए क्षति का आकलन कराने की बात कह रहा है.
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खेतों में लगी फसलों को हुआ नुकसानः बताया जा रहा है कि जिला के तेतरिया, राजेपुर मधुबन समेत कई क्षेत्रों से ओलावृष्टि हुई है. ओलावृष्टि से खेतों में सफेद चादर सी बिछ गई है. जिला के लगभग सभी 27 प्रखंड मौसम के इस बदलाव से प्रभावित हुए हैं और पूरे जिला में आंधी पानी से काफी नुकसान की बात बतायी जा रही है. वहीं पकड़ीदयाल अनुमंडल और चकिया अनुमंडल क्षेत्रों के कुछ गांवों में ओलावृष्टि से गेहूं, मक्का, तीसी के अलावा खेसारी और अन्य दलहन फसलों को नुकसान हुआ है. साथ ही आम और लीची के टिकोले भी काफी झड़ गए हैं.
कुछ क्षेत्रों में हुई है भारी ओलावृष्टि: जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रदेव प्रसाद ने बताया कि आंधी पानी का असर पूरे जिला में रहा है और ओलावृष्टि कुछ क्षेत्रों में हुई है. कृषि पदाधिकारी ने कहा कि इस नुकसान को देखते हुए सभी प्रखंडो में इसका आकलन कराया जाएगा. जिला के सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार को अपने-अपने क्षेत्र में हुए नुकसान से संबंधित रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपने का निर्देश दिया गया है.