मोतिहारी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोतिहारी सहित राज्य के कुछ जिलों में कोविड महामारी के दूसरे लहर में संक्रमित हुए मरीजों के उपचार के लिए खोले गए डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर का वर्चुअल निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने चिकित्सा व्यवस्था का अनुश्रवण किया. वर्चुअल निरीक्षण के कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री ताराकिशोर प्रसाद और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय सहित संबंधित विभागों के प्रधान सचिव भी शामिल रहे.
ये भी पढ़ेंः बेतिया: रास्ते के विवाद दो गुटों के बीच पत्थरबाजी, पुलिस के सामने लहराया बंदूक
साफ-सफाई की जानकारी
मोतिहारी सदर अस्पताल परिसर स्थित जीएनएम हॉस्टल में संचालित डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर का भी सीएम ने वर्चुअल निरीक्षण किया. इस दौरान डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने डीसीएचसी में उपलब्ध सुविधाओं और इलाज के व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया. डीएम ने मुख्यमंत्री को समुदायिक किचन, उसकी व्यवस्था और साफ-सफाई के बारे में जानकारी दी. साथ ही वर्चुअली उसका निरीक्षण भी कराया.
बेहतर चिकित्सा के लिए रेफर
सीएम ने डीसीएचसी में भर्ती मरीजों को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से देखा और उनसे बातचीत भी की. जिलाधिकारी ने डीसीएचसी में भर्ती मरीजों के बारें में मुख्यमंत्री को वीडियो कॉलिंग से जानकारी दी. डीएम ने बताया कि इस डीसीएचसी में अब तक कुल 546 मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए हैं. जिनमें 214 मरीज पूरी तरह से ठीक होकर जा चुके हैं. जबकि 122 गंभीर मरीजों को बेहतर चिकित्सा के लिए रेफर किया गया है. वहीं फिलहाल 116 पेशेंट का सदर अस्पताल के डीसीएचसी में इलाज चल रहा है.
आवश्यक दवाओं की उपलब्धता
जिलाधिकारी ने डीसीएससी के सुरक्षा के बारे में सीएम को बताया. साथ ही पर्यवेक्षण के लिए प्रत्येक कमरे में लगे सीसीटीवी कैमरा के बारे में जानकारी दी. इसके अलावा चिकित्सक और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता की जानकारी दी. डीएम ने डीसीएचसी में उपलब्ध ऑक्सीजन की व्यवस्था के बारे में सीएम को जानकारी देते हुए बताया कि डीसीएचसी में 150 छोटे-बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर और 61 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं. जिनका इलाज के दौरान आवश्यकतानुसार इस्तेमाल किया जाता है.
सैंपलिंग बढ़ाने का निर्देश
डीएम ने डीसीएचसी में चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति के अलावा नर्स और वार्ड ब्वाय के ड्यूटी के बारे में जानकारी दी. वर्चुअल निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के सक्रिय मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सभी ग्रामीण इलाकों में कोविड सैंपलिंग बढ़ाने का निर्देश दिया. साथ ही सीएम ने लॉकडाउन का कड़ाई से अनुपालन कराने का भी निर्देश दिया.