पूर्वी चंपारण(रक्सौल): दशहरा, दिवाली और छठ महापर्व को देखते हुए केंद्र सरकार ने 22 अक्टूबर गुरुवार से भरतीय सीमा क्षेत्र में भारत-नेपाल बार्डर को पूर्ववत की तरह खोलने की अनुमति दे दी है. इसकी जानकारी रक्सौल स्थित इंडियन इमीग्रेशन केंद्र ने दी है. हालांकि, नेपाल सरकार ने अपने सीमा क्षेत्र में बार्डर को खोलने की कोई घोषणा नहीं की है. बता दें कि नेपाल में कोरोना संक्रमण के कारण आगामी 17 नवंबर तक लॉकडाउन जारी है.
बीते 24 मार्च से बंद था बॉर्डर
बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण सीमा को आम लोगों के आवागमन के लिए बीते 24 मार्च को ही बंद कर दिया गया था. दोनों देश के आम नागरिकों के पारिवारिक-सांस्कृतिक और धार्मिक परेशानियों को देखते हुए भारत सरकार ने अपने सीमा क्षेत्र में बार्डर को खोलने की अपनी अनुमति दे दी है.
नेपाल में 17 नवंबर तक लॉकडाउन
नेपाल सरकार ने अभी तक अपने सीमा क्षेत्र में बार्डर को खोलने की अनुमति नहीं दी है. बता दें कि फैलते संक्रमण के कारण नेपाल में आगामी 17 नवंबर तक लॉकडाउन जारी है. ऐसी स्थिति में फिलाहल बॉडर पर आवागमन के सुचारू रूप से शुरू होने पर संशय बरकरार है. हालांकि, दोनों देश के नागरिक भारतीय और नेपाल सीमा क्षेत्र से खेत के रास्ते आवागमन कर रहे थे.
दोनों देश के रिश्ते में सुधार की संभावना
गौरतलब है कि भारत-नेपाल बॉर्डर शुरू होने से दोनों देशों के बीच न सिर्फ आर्थिक हालात में तेजी आएगी बल्कि, उनके रिश्ते भी सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है. भारत सरकार ने दोनों देश के आवाम की परेशानी को देखते हुए बार्डर खोलने की अपनी मंजूरी तो दे दी है, लेकिन नेपाल में जारी लॉकडाउन के कारण नेपाल सरकार ने बार्डर खोलने की कोई अधिसूचना जारी नहीं की है.