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मोतिहारीः स्वास्थ्य विभाग में फर्जी नियुक्ति पत्र से हड़कंप, सिविल सर्जन के निर्देश पर केस दर्ज

सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद ने बताया कि स्वास्थ्य निदेशालय से निर्गत एक रजिस्ट्री आई थी. जिसमें रेणु देवी, पिंकी देवी और राम शंकर दास को लिपिक के पद पर योगदान कराने की बात लिखी गई थी.

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Published : Feb 7, 2020, 6:42 AM IST

पूर्वी चंपारणः जिले में स्वास्थ्य विभाग में फर्जी तरीके से नियुक्ति कराने का रैकेट सक्रिय है. सिविल सर्जन कार्यालय में फर्जी नियुक्ति पत्र मिलने का मामला सामने आया है. पत्र रजिस्ट्री डाक से मिला है. फर्जीवाड़े के बाद स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया. सिविल सर्जन के निर्देश पर एसीएमओ ने नगर थाने में मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई है.

फर्जी नियुक्ति पत्र
सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद ने बताया कि स्वास्थ्य निदेशालय से निर्गत एक रजिस्ट्री डाक आया था. जिसमें रेणु देवी, पिंकी देवी और राम शंकर दास को लिपिक के पद पर योगदान कराने की बात लिखी गई थी. इसके सत्यापन के लिए रजिस्ट्री को राज्य निदेशालय भेजा गया.

स्वास्थ्य विभाग में फर्जी नियुक्ति पत्र से हड़कंप

पत्र में अंकित नहीं था पता
रजिस्ट्री डाक से प्राप्त फर्जी नियुक्ति पत्र में योगदान करने वाले तीन लोगों का केवल नाम लिखा हुआ था. उनका पता उसमें अंकित नहीं था. सिविल सर्जन ऑफिस को नियुक्ति पत्र पर शक हुआ. जिसके बाद जांच में पत्र के फर्जी होने की बात सामने आई.

पूर्वी चंपारणः जिले में स्वास्थ्य विभाग में फर्जी तरीके से नियुक्ति कराने का रैकेट सक्रिय है. सिविल सर्जन कार्यालय में फर्जी नियुक्ति पत्र मिलने का मामला सामने आया है. पत्र रजिस्ट्री डाक से मिला है. फर्जीवाड़े के बाद स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया. सिविल सर्जन के निर्देश पर एसीएमओ ने नगर थाने में मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई है.

फर्जी नियुक्ति पत्र
सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद ने बताया कि स्वास्थ्य निदेशालय से निर्गत एक रजिस्ट्री डाक आया था. जिसमें रेणु देवी, पिंकी देवी और राम शंकर दास को लिपिक के पद पर योगदान कराने की बात लिखी गई थी. इसके सत्यापन के लिए रजिस्ट्री को राज्य निदेशालय भेजा गया.

स्वास्थ्य विभाग में फर्जी नियुक्ति पत्र से हड़कंप

पत्र में अंकित नहीं था पता
रजिस्ट्री डाक से प्राप्त फर्जी नियुक्ति पत्र में योगदान करने वाले तीन लोगों का केवल नाम लिखा हुआ था. उनका पता उसमें अंकित नहीं था. सिविल सर्जन ऑफिस को नियुक्ति पत्र पर शक हुआ. जिसके बाद जांच में पत्र के फर्जी होने की बात सामने आई.

Intro:"रजिस्ट्री डाक से प्राप्त फर्जी नियुक्ति पर में योगदान करने वाले तीन लोगों का विना कोई पता का केवल नाम लिखा हुआ था।जिस कारण शंका होने पर सत्यापन कराने के बाद नियुक्ति पत्र फर्जी निकला।"


मोतिहारी।पूर्वी चंपारण के स्वास्थ्य महकमा में फर्जी तरीके से नियुक्ति कराने का रैकेट सक्रिय है।सिविल सर्जन कार्यालय ने रजिस्ट्री डाक से मिले फर्जी नियुक्ति पत्र का खुलासा किया है।रोग नियंत्रण लोक स्वास्थ्य पारा मेडिकल के निदेशक प्रमुख द्वारा फर्जी तरीके से जारी नियुक्ति पत्र की विभागीय जांच में मामला सामने आया।फर्जीवाड़े का मामला सामने आने पर सिविल सर्जन के निर्देश पर एसीएमओ ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है।


Body:"रजिस्ट्री डाक से प्राप्त हुआ था नियुक्ति पत्र"

वीओ...1....सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद ने बताया कि स्वास्थ्य निदेशालय से निर्गत एक रजिस्ट्री आई थी।जिसमें रेणु देवी,पिंकी देवी और राम शंकर दास को लिपिक के पद पर योगदान कराने के लिए लिखा हुआ था।जिसके सत्यापन के लिए सिविल सर्जन कार्यालय से राज्य निदेशालय को भेजा गया।तब पता चला कि राज्य निदेशालय से निर्गत नियुक्ति पत्र फर्जी है।

बाईट......डॉ. रिजवान अहमद.....सिविल सर्जन


Conclusion:"सत्यापन कराने पर फर्जी निकला नियुक्ति पत्र"

वीओएफ.....दरअसल, रजिस्ट्री डाक से प्राप्त फर्जी नियुक्ति पर में योगदान करने वाले तीन लोगों का केवल नाम लिखा हुआ था।उनका कोई पता उसमें अंकित नहीं था।जिस कारण सिविल सर्जन ऑफिस को प्राप्त नियुक्ति पत्र पर शंका हुआ।जिसका सत्यापन कराने के बाद नियुक्ति पत्र फर्जी निकला।
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