मोतिहारीः पूर्वी चंपारण जिला में हुए जहरीली शराब कांड में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस बीच घटना के छह दिन बाद मोतिहारी आए प्रभारी मंत्री और मद्य निषेध व निबंधन मंत्री सुनील कुमार (Minister Sunil Kumar) केवल अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पीड़ित परिवार से बिना मिले लौट गए और केसरिया में आयोजित इफ्तार सह नागरिक अभिनंदन समारोह में हिस्सा लिया.
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शराब कांड पर विपक्ष का हमला: प्रभारी मंत्री का पीड़ित परिवार से नहीं मिलने को लेकर विपक्षी दलों के नेता सरकार और मंत्री को घेरने में लगे हैं. पीड़ित परिवार से मिले बिना लौटे प्रभारी मंत्री सुनील कुमार को पिपरा के भाजपा विधायक श्यामबाबू यादव ने आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि जिला के लोग जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर दुःखी हैं और प्रभारी मंत्री शराब से हुई मृतकों के परिजनों से मिलने के बजाय जश्न मनाने में जुटे हैं.
बीजेपी विधायक ने मंत्री पर साधा निशाना: पिपरा के भाजपा विधायक श्यामबाबू यादव ने एक वीडियो जारी कर प्रभारी मंत्री व मद्य निषेध एवं निबंधन मंत्री पर निशाना साधा. विधायक श्यामबाबू यादव ने कहा कि, विभागीय मंत्री सुनील कुमार ने घटना के छह दिन बाद जिला में दर्शन दिये और वह भी अधिकारियों के साथ बैठक कर लौट गए. दरअसल वह आए थे, इफ्तार पार्टी के बहाने आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होने. तो उन्होंने औपचारिकता को पूरा करने के लिए बैठक कर लिया. सरकार के मंत्री पीड़ित परिवार से मिलने भी नहीं गए.
"जहां जहरीली शराब से मरने वालों के परिजन बदहवास हैं. वहीं इस दुःखद मौके पर एक क्वींटल के माला को पहन कर वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उनके चेहरे पर मृतकों के प्रति संवेदना भी नहीं दिखी. निर्लज्जता की हद पार करने वाली सरकार और उनके मंत्री को जनता सबक सिखायेगी. वह सब देख रही है. दलित महादलित और पिछड़ा वर्ग के प्रति घड़ियाली आंसू बहाने वाली महागठबंधन सरकार इनकी हत्यारी है. वह इन हत्याओं का जश्न मनाने में जुटी है."- श्यामबाबू यादव, बीजेपी विधायक
कई लोगों की हुई संदिग्ध मौत: बता दें कि 14 अप्रैल को पिता पुत्र समेत आठ लोगों की संदिग्ध मौत का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में इनके मौत का कारण डायरिया बताया था. जब काफी संख्या में लोग बीमार पड़ने लगे और बीमार लोगों ने शराब पीने की बात कबूली, तब जाकर मामला सामने आया कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है.
सरकार ने की 31 की मौत की पुष्टी: जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ने लगा. अब तक 45 लोगों की मौत हो जाने की जानकारी मिल रही है. जबकि जिला प्रशासन 31 लोगों के मौत की पुष्टि कर रही है और 10 लोगों के पोस्टमार्टम की बात जिला प्रशासन द्वारा बतायी जा रही है. इस बीच इस घटना को लेकर सत्ता पक्ष डिफेंसिव मोड में है. तो विपक्षी दलों के नेता लगातार सरकार को घेरने में लगे हैं.