मोतिहारी: एसटीईटी परीक्षा लिए जाने के बाद रिजल्ट निकालने के बदले सरकार ने परीक्षा को ही रद्द कर दिया है. लिहाजा इस निर्णय से नाराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एबीवीपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजन सिंह ने बताया कि बेरोजगारी को लेकर आगामी 30 जून से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् व्यापक आंदोलन चलायेगी.
'एबीवीपी पूरे बिहार में चलाएगी अभियान'
एबीवीपी के छात्र नेता राजन सिंह ने कहा कि बिहार सरकार ने कोविड-19 के आड़ में एसटीईटी परीक्षा को रद्द कर दिया है और बेरोजगार छात्रों के साथ हीं युवाओं के रोजगार के अवसर को खत्म कर दिया है।इसके अलावा सरकार के निर्देश के बावजूद भाड़ा का कमरा लेकर पढ़ाई करने वाले छात्रों से रुम मालिक जबरन भाड़ा वसूल रहे हैं. जिसे लेकर एबीवीपी विगत 23 मई से लगातार आंदोलन कर रही है. लेकिन सरकार छात्रों की इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रही है. इसलिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् आगामी 30 जून को सरकार से सवाल पूछेगी कि "पूछता है बिहार, क्यों है छात्र और युवा बेरोजगार". जिसे लेकर पूरे बिहार में अभियान चलाया जाएगा.
'एसटीईटी परीक्षा रद्द होने से नाराज है छात्र संगठन'
बता दें कि सरकार ने एसटीईटी की काफी सख्त परीक्षा ली थी. लेकिन परीक्षाफल देने के बदले सरकार ने एसटीईटी परीक्षा को ही रद्द कर दिया है. सरकार के निर्णय से नाराज तमाम छात्र संगठन आंदोलन कर रहे हैं.