मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शिक्षक बहाली के नई नियमावली के विरोध में शहर के चांदमारी चौक पर एक दिवसीय धरना दिया. छात्र नेताओं ने शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति हटाने और अभ्यर्थियों को गुमराह करने के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया.
ABVP का धरना प्रदर्शन: छात्रों ने सरकार विरोधी नारे भी लगाए. एबीवीपी के विभाग सह संयोजक ऋषभ सिंह ने बताया कि बिहार एक युवा प्रधान राज्य है, जहां उद्योग एवं कल कारखाने का घोर अभाव है. ऐसे में राज्य के युवाओं के पास रोजगार के दृष्टिकोण से सरकारी नौकरी ही एकमात्र उपाय बचता है.
"सरकारी नौकरी की वैकेंसी भी कई-कई सालों तक नहीं निकलती है. ऐसे में पिछले माह घोषित 1.70 लाख स्कूली शिक्षकों की बहाली की घोषणा से युवाओं में एक नई उम्मीद जगी, लेकिन सरकार की नीतियों से स्पष्ट होता जा रहा है कि यह घोषित नियुक्ति बिहार के युवाओं के खिलाफ षड्यंत्र है."- ऋषभ सिंह,एबीवीपी के विभाग सह संयोजक
डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग: साथ ही छात्रों ने कहा कि डोमिसाइल नीति समाप्त करने से राज्य के युवकों के लिए अवसर कम हो जायेंगे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाए और शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग की. छात्र नेताओं के अनुसार अगर सरकार ने डोमिसाइल नीति लागू नहीं की तो आंदोलन को तेज किया जाएगा.
क्या है पूरा मामला?: गौरतलब है कि 27 जून को नीतीश कैबिनेट की बैठक में शिक्षक नियमावली में डोमिसाइल को हटा लेने का फैसला लिया गया था. इसके बाद देश के विभिन्न राज्यों के अभ्यर्थी बिहार में शिक्षक बन सकते हैं. इसी का बिहार के छात्र विरोध कर रहे हैं.