दरभंगा: डीएमसीएच की ओर से लापरवाही बरतने को लेकर सरकार के अवर सचिव विवेकानंद ठाकुर ने जवाब तलब किया है. काेरोना महामारी के दौरान अपने कर्तव्य के निर्वहन में लापरवाही बरतने को लेकर माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष और डीएमसीएच के प्रशासन से जवाब मांगा है. अवर सचिव ने डीएमसीएच के प्राचार्य और अधीक्षक से 24 घंटे के अन्दर जवाब मांगा है.
सैंपल कलेक्शन में जताई थी असमर्थता
दरअसल समस्तीपुर के जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग से शिकायत करते हुए कहा था कि 12 मार्च को दुबई से लौटे एक युवक को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था.उसे खांसी, सर्दी और बुखार की शिकायत थी. उसके सैंपल कलेक्शन के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल के प्रशासन ने डीएमसीएच प्रशासन से दूरभाष पर सम्पर्क किया. डीएमसीएच प्रशासन ने किट उपलब्ध नहीं रहने और वीटीएम एक्सपायर हो जाने के कारण सैंपल कलेक्शन में असमर्थता जताई. जिसके बाद मरीज को एम्बुलेंस से पीएमसीएच भेज दिया गया था.
इस घटना के बाद अवर सचिव विवेकानंद ठाकुर ने एक्शन लेते हुए अधिकारियों से 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है.
स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी 30 अप्रैल तक रद्द
सरकार ने कोरोना वायरस से उत्पन्न संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी को 30 अप्रैल तक रद्द कर दिया है. इस दौरान सभी स्वास्थ्य कर्मी अपनी डयूटी पर मौजूद रहेंगे. डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने सभी विभागाध्यक्षों को इसकी सूचना पत्र के माध्यम से दे दी है.
वहीं, दूसरी तरफ सिविल सर्जन ने भी कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के स्वास्थ्य कर्मी और डॉक्टरों की छुट्टी को रद्द कर दिया है. कोरोना वायरस से जारी इस लड़ाई में सभी स्वास्थ्य कर्मी लगातार जुटे हुए हैं.