दरभंगा: बिहार के सभी सरकारी अस्पतालों को बोतलबंद दूध से मुक्त कराया जाएगा. 'विश्व स्तनपान सप्ताह' के अवसर पर डीएमसीएच से इसकी शुरुआत हुई है. इस अवसर पर अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग और शिशु विभागों में एक एनजीओ के सहयोग से दो स्तनपान केंद्रों की शुरुआत हुई.
इन स्तनपान केंद्रों का उद्घाटन दरभंगा नगर विधायक संजय सरावगी ने किया. इस मौके पर जाले विधायक जीवेश कुमार और अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद भी मौजूद रहे.
मां का दूध सर्वोत्तम आहार
विधायक संजय सरावगी ने कहा कि 1 से 7 अगस्त को 'विश्व स्तनपान सप्ताह' मनाया जा रहा है. इस बीच माताओं को बोतल के बजाए अपना दूध पिलाने को लेकर जागरुक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बोतल का दूध पीने से बच्चों को संक्रामक रोग होने का खतरा रहता है. मां का दूध शिशु के लिये सर्वोत्तम आहार है. इसलिये सरकारी अस्पतालों को बोतल के दूध से मुक्त करने का अभियान भी चलाया जा रहा है.
सार्वजनिक जगहों पर होती है समस्या
बता दें कि नवजात शिशुओं और अस्पताल में भर्ती माताओं के बच्चों के लिये स्तनपान कराना मुश्किल होता है. सार्वजनिक तौर पर महिलाएं ऐसा करने में शर्म महसूस करती हैं. अब अस्पताल में स्तनपान केंद्र बन जाने से उनकी निजता की रक्षा होगी और स्तनपान कराने में शर्म महसूस नहीं होगी.