दरभंगा: नदियों के जलस्तर में हुए बढ़ोतरी के कारण 22 जुलाई से दरभंगा जिला बाढ़ से प्रभावित है. डीएम डॉ. त्यागराजन ने 15 प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य और बाढ़ निरोधक कार्य का अनुश्रवण किया है. साथ ही आवश्यकतानुसार संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया जा रहा है.
227 पंचायत बाढ़ प्रभावित
एनडीआरएफ की टीम लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित लोगों की मदद कर रही है. डीएम ने कहा कि 15 प्रखंड के 227 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं. जिनमें 181 पंचायत पूर्णतः और 46 पंचायत अंशतः बाढ़ प्रभावित हैं. बाढ़ से जिले के 1024 गांव के 20 लाख 61 हजार 700 परिवार प्रभावित हुए हैं.
सामुदायिक रसोई का संचालन
प्रत्येक बाढ़ प्रभावित गांव में बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के लिए 342 सामुदायिक रसोई का संचालन किया जा रहा है. जिनमें 2 लाख 15 हजार 475 लोगों को सुबह-शाम भोजन कराया जा रहा है. वहीं जरूरतमंद लोगों के बीच अस्थायी आश्रय बनाने के लिए अभी तक 49 हजार 34 पॉलिथीन शीट का वितरण किया जा चुका है.
फूड पैकेट का वितरण
डीएम ने कहा कि पानी से घिरे गांव में अब तक 15 हजार 470 सूखा फूड पैकेट का वितरण करवाया गया है. बाढ़ प्रभावित गांव में 180 स्थलों पर स्वास्थ्य शिविर का संचालन कर 14 हजार 800 लोगों का उपचार कर उन्हें निःशुल्क दवा दिया गया है.
आवागमन के लिए 571 नाव
पानी से घिरे गांव के लोगों के आवागमन की सुविधा और राहत कार्यों के लिए 571 नाव के साथ ही 10 मोटरबोट भी चलवाये जा रहे हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 3 टीम लगायी गयी है. जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार रेकी कर बचाव और राहत कार्य कर रहे हैं.
पुराने चापाकलों की मरम्मत
पीएचईडी ने नए आश्रय स्थलों पर चापाकल संस्थापित कराए हैं. पुराने चापाकलों की मरम्मत कराई गयी है. साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों के चापाकलों के पानी का विशुद्धिकरण भी कराया गया है.
पशुओं के लिए कैंप
डीएम डॉ. त्यागराजन ने कहा कि पानी को शुद्ध पेयजल बनाने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के प्रभावित परिवारों के बीच एक लाख 20 हजार हैलोजन टेबलेट वितरित किए गए हैं. स्वच्छता बनाये रखने के लिए बाढ़ प्रभावित गांव के नालियों और कचड़े वाले स्थलों पर 300 किलोग्राम ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया है. वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पशुओं के लिए कैम्प चलाकर अब तक 550 पशुओं का उपचार किया गया है.