दरभंगा: अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शकील अहमद सोमवार 30 अक्टूबर को एक दिवसीय दौरे पर दरभंगा पहुंचे. परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए क्रेंद्र सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि लॉ कमिश्नर ने लिखकर दे दिया कि यूनिफॉर्म सिविल कोड यह संभव नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री ने खुद शुरू कर दिया है. इसका एक मकसद है अडानी को लेकर भ्रष्टाचार के जो आरोप प्रधानमंत्री पर हैं उस पर लोग बहस नहीं करे.
"18 साल में किसानों की आमदनी सबसे कम है आज की तारीख में, जबकि वादा किया था (पीएम ने) कि हम 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी कर देंगे. सेना को पेंशन नहीं देना पड़े, इसके लिए परमानेंट बहाली खत्म कर के 4 साल के लिए अग्निवीर ला दिया. इन सब पर कोई चर्चा ना करे, एक दूसरा मुद्दा प्रधानमंत्री ने शुरू कर दिया इंडिया बनाम भारत."- शकील अहमद, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
विरोधी दल के गठबंधन का नाम इंडिया हैः शकील अहमद ने कहा कि अभी एनसीईआरटी को निर्देश दिया गया है कि जहां-जहां इंडिया है उसको हटाकर भारत कर दिया जाए. हमारे संविधान में शुरुआत में ही लिखा हुआ है इंडिया का मतलब भारत. यानि जो इंडिया है वहीं भारत है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कागज पर ही सही कम से कम 10 योजनाएं मेक इन इंडिया, खेलो इंडिया आदि इंडिया के नाम से जारी किया था. आज कह रहे हैं कि PFI में इंडिया लगा हुआ है, इसलिए ऐसा किया गया है. लेकिन ऐसा नहीं है, यह सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि विरोधी दलों का गठबंधन का नाम इंडिया है.
जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश: शकील अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री का सिर्फ एक मकसद है कि हमारे क्रियाकलाप पर चर्चा ना हो. गैर जरूरी मुद्दों पर देश के लोग चौक चौराहे पर चर्चा करे. हमारा जो भ्रष्टाचार का आरोप है अदानी मामले को लेकर, उस पर लोग चर्चा ना करे. लोग बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, महंगाई पर चर्चा ना करे. उन्होंने कहा कि जब भाजपा की सरकार आयी थी तब 400 सौ रुपया सिलेंडर था. अभी 11 सौ 12 सौ मूल्य पर बहस ना हो, इसलिए उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड, इंडिया नाम पर चर्चा कर रहे हैं. सरकार की नीति को हिंदुस्तान की जनता समझ चुकी है. आगामी लोकसभा चुनाव में जनता जवाब देगी.
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