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दरभंगा: तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह का हुआ समापन, लोक गीत-संगीत से सराबोर हुए दर्शक - Identity gained from cultural program

तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हो गया. कलाकारों ने रात भर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. वहीं, इस आयोजन में गाने वाले कलाकारों ने कहा कि विद्यापति पर्व से ही उन्हें प्रदेश में पहचान मिली है.

दरभंगा
कार्यक्रम की प्रस्तुति देती लोक गायिका
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Published : Dec 2, 2020, 5:31 AM IST

Updated : Dec 2, 2020, 7:04 AM IST

दरभंगा: आदि कवि विद्यापति की स्मृति में हर साल मनाया जाने वाला तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हो गया. समारोह के मंच से कलाकारों ने लोकगीत संगीत और नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों को पूरी रात झूमने पर मजबूर कर दिया.

लोक गायिका

विद्यापति पर्व समारोह से मिली पहचान
सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने आई मैथिली गीतों की प्रसिद्ध गायिका जूली झा ने कहा कि उन्होंने साल 2016 में इसी मंच से शुरुआत की थी. जूली कहती हैं कि पहले वह सिर्फ विद्यापति पर्व समारोह के मंच पर ही गाती थी. लेकिन महज चार साल में उन्हें इस मंच की वजह से ही इतनी प्रसिद्धि मिली कि अब वे देश भर में जाती हैं. उन्होंने कहा कि नवयुवक कलाकारों को विद्यापति पर्व की ओर से हमेशा मौका दिया जाना चाहिए.

वहीं एक अन्य कलाकार खुशबू मिश्रा ने कहा कि विद्यापति पर्व समारोह के मंच पर गाने की वजह से ही लोग उन्हें जानते हैं. उन्होंने कहा कि वे साल 2011 से इस मंच पर गा रही हैं. उन्होंने कहा किस मंच की वजह से ही उन्हें पूरे देश में गाने का मौका मिलता है और जहां भी मैथिल समाज है वहीं मंच पर प्रस्तुति देती हैं. उन्होंने कहा कि हर जगह उन्हें सम्मान मिलता है.

दरभंगा: आदि कवि विद्यापति की स्मृति में हर साल मनाया जाने वाला तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हो गया. समारोह के मंच से कलाकारों ने लोकगीत संगीत और नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों को पूरी रात झूमने पर मजबूर कर दिया.

लोक गायिका

विद्यापति पर्व समारोह से मिली पहचान
सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने आई मैथिली गीतों की प्रसिद्ध गायिका जूली झा ने कहा कि उन्होंने साल 2016 में इसी मंच से शुरुआत की थी. जूली कहती हैं कि पहले वह सिर्फ विद्यापति पर्व समारोह के मंच पर ही गाती थी. लेकिन महज चार साल में उन्हें इस मंच की वजह से ही इतनी प्रसिद्धि मिली कि अब वे देश भर में जाती हैं. उन्होंने कहा कि नवयुवक कलाकारों को विद्यापति पर्व की ओर से हमेशा मौका दिया जाना चाहिए.

वहीं एक अन्य कलाकार खुशबू मिश्रा ने कहा कि विद्यापति पर्व समारोह के मंच पर गाने की वजह से ही लोग उन्हें जानते हैं. उन्होंने कहा कि वे साल 2011 से इस मंच पर गा रही हैं. उन्होंने कहा किस मंच की वजह से ही उन्हें पूरे देश में गाने का मौका मिलता है और जहां भी मैथिल समाज है वहीं मंच पर प्रस्तुति देती हैं. उन्होंने कहा कि हर जगह उन्हें सम्मान मिलता है.

Last Updated : Dec 2, 2020, 7:04 AM IST
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