दरभंगाः कोसी, कमला और बागमती नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी के चलते मिथिलांचल के कई इलाके के लोग आज भी बाढ़ का दर्द झेलने को मजबूर हैं. ऐसा ही एक मजबूर परिवार दरभंगा जिला में देखने को मिला है. जहां बाढ़ का पानी उसके घर के साथ-साथ उसकी सारी संपत्ति को अपने साथ बहाकर ले गया. आज यह बाढ़ पीड़ित दाने-दाने को मोहताज है. परिवार के मुखिया गुड्डू करोरी ने ईटीवी भारत से रो-रोकर अपना दर्द बयां किया.
आफत बनकर आई बाढ़
दरअसल गुड्डू करोरी मधुबनी जिला के कलुआही थाना क्षेत्र के हरपुर गांव का रहने वाला है. इस साल अचानक आई बाढ़ उनके घर को बहा कर अपने साथ ले गई. बाढ़ ने इस परिवार की कमर पहले से ही तोड़ दी थी और अब बीमारी इस परिवार का पीछा छोड़ने को तैयार नहीं. इस परिवार पर विपत्ति खत्म होने का नाम नहीं ले रही.
पुत्र और पत्नी दोनों बीमार
बाढ़ के दौरान ही गुड्डू करोरी के पुत्र श्याम करौरी की तबीयत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि गुड्डू ने सूद पर रुपया लेकर अपने पुत्र का इलाज करवाया. लेकिन अभी श्याम पूरी तरह से स्वस्थ भी नहीं हुआ था कि उसकी मां गीता देवी की तबीयत अचानक खराब हो गई. पैसे की तंगी को देखते हुए गुड्डू अपनी पत्नी का इलाज डीएमसीएच में करा रहे हैं. लेकिन अब उनके सामने पैसे की समस्या सबसे बड़ी समस्या हो गई है. अस्पताल से बचे समय में गुड्डू जलावन चुन कर लाते हैं और रिश्तेदारों के जरिए दिए गए रुपयों से खाना बनाकर अपना और अपने बच्चों का पेट पाल रहे हैं.
मदद के लिए आगे आए रिश्तेदार
गुड्डू ने बताया कि हालत ऐसी है कि अब खाने तक को पैसे नहीं हैं. मिलने आने वाले रिश्तेदारों के जरिए दिए गए पैसे से पत्नी को कुछ दवा लाकर दे रहे हैं. डॉक्टर बोल रहे हैं कि पत्नी की आंत में समस्या है. समझ में नहीं आ रहा है कि भगवान हम लोगों के साथ कैसी परीक्षा ले रहे हैं.
DMCH प्रशासन ने दिया आश्वासन
वहीं, अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने कहा कि इस बात की जानकारी आपलोगों के माध्यम से हमें मिली है. सर्जरी विभाग के हेल्थ मैनेजर को कह दिया है कि मरीज की उचित देखभाल होनी चाहिए. सारी दवा अस्पताल की तरफ से निश्चित तौर पर मिलेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि डाइट विभाग को भी कहा गया है कि मरीज के साथ जो भी परिजन रहते हैं उनको भी भोजन दिया जाए.