दरभंगा: आज के समय में कोई पानी के लिए कुआं का इस्तेमाल करे तो आपको लगेगा वो प्रकृति से जुड़ा इंसान है. जिले के बहेरी पूर्वी पंचायत के गांव में लोग सभी कामों के लिए कुएं का पानी इस्तेमाल करते हैं. लेकिन यहां का पानी जानवर के भी पीने लायक नहीं है.
गंदा पानी पीने को मजबूर है लोग
राज्य सरकार गांव -गांव तक शुद्ध पेयजल और 7 निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल पहुंचाने की बात कर रही है. लेकिन धरातल पर कुछ और दिख रहा है. दरअसल, जिले के बहेरी प्रखंड अंतर्गत बहेरी पूर्वी पंचायत के गायत्री मंदिर वार्ड 11 में अब भी एक दर्जन से अधिक लोग कुएं के पानी के सहारे हैं.
बहुत पुराना है कुआं
स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के एक दर्जन से अधिक लोग अभी भी पुराने कुएं के पानी के सहारे हैं. उन्होंने कहा कि कुएं का पानी मटमैला हो गया है. फिर भी पानी पीना पड़ता है. क्योंकि कोई और व्यवस्था नहीं मौजूद है.
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प्रशासन को की गई शिकायत
सीता राम महतो और राम किसन महतो का कहना है कि कुएं में लोग रात के समय कचरा डाल देते हैं जिससे पानी से काफी बदबू आने लगता है. इससे पानी पीने लायक नहीं रह जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में बहेरी प्रखंड के अंचलाधिकारी विमल कुमार करण से शिकायत भी की गई. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.