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दरभंगाः बाढ़ से 79 हजार हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद, सरकार को भेजी गई रिपोर्ट

डीएम ने कहा कि जिले में करीब 79 हजार हेक्टेयर में लगी खरीफ की फसल का नुकसान हुआ है. इसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है. जल्द ही किसानों के खाते में मुआवजे की राशि डाली जाएगी.

दरभंगा
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Published : Sep 9, 2020, 8:37 PM IST

दरभंगा: प्रदेश में आई भीषण बाढ़ का कहर जिले में भी देखने को मिला. 18 में से 15 प्रखंडों की 20 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. इस बाढ़ की वजह से जिले में फसल का भी भारी नुकसान हुआ है. जिले में धान, मक्का और सब्जी सहित अन्य फसलों को मिला कर कुल 79 हजार 329 हेक्टेयर में लगे फसल बर्बाद हो गए. इसमें सबसे ज्यादा 67 हजार 961 हेक्टेयर रकबे में धान की फसल का नुकसान हुआ है. जबकि 304 हेक्टेयर में मक्का और 315 हेक्टेयर में लगी सब्जी की फसल तबाह हुई है. इसके अलावा अन्य फसलों की भी क्षति हुई है.

ग्राउंड जीरो से खास रिपोर्ट
जिला प्रशासन ने प्रखंडवार नुकसान का आंकड़ा राज्य सरकार को भेज दिया है. मुआवजे के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करने को कहा है. ईटीवी भारत की टीम बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित प्रखंडों में से एक केवटी का असराहा गांव पहुंची और फसल के नुकसान का जायजा लिया. हमारे संवाददाता विजय कुमार श्रीवास्तव ने कुछ किसानों से मुआवजे की जमीनी हकिकत को लेकर बात की और उनकी परेशानी समझने की कोशिश की. पेश है ग्राउंड जीरो से खास रिपोर्ट.

किसान मो. फिरोज ने कहा कि मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हुई है. इस संबंध में अभी ज्यादा जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी की बार बाढ़ आ चुकी है. लेकिन अभी तक तीन बार 6 हजार रुपए मुआवजे के तौर पर मिले हैं.

बाढ़ से फसल बर्बाद
बाढ़ से फसल बर्बाद

सरकार से मिलेगा मुआवजा तो चुकाएंगे कर्ज
किसान मो. सज्जाद अंसारी ने कहा कि वे गरीब किसान हैं और कर्ज लेकर खेती करते हैं. उन्होंने कहा कि 2 हजार रुपए में क्या होने वाला है. 5 हजार रुपए तो केवल रोपनी में लग गए हैं. सारी फसल बाढ़ में तबाह हो गई. उन्होंने दोबारा कर्ज लेकर फिर से करीब एक बीघा में धान की रोपनी की है. उम्मीद है कि सरकार से कुछ मुआवजा मिलेगा तो कर्ज चुका देंगे.

किसान शोभित साह ने कहा कि उन्होंने डेढ़ बीघे में धान की रोपनी की थी, लेकिन बाढ़ में बर्बाद हो गई. यहां धान की फसल कभी भी सही से नहीं होती है, उन्होंने कहा कि इससे पहले जब भी बाढ़ आई हैं, उन्हें कभी भी मुआवजा नहीं मिला है.

पेश है खास रिपोर्ट

सरकार को भेजी गई रिपोर्ट- डीएम
इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि जिले में करीब 79 हजार हेक्टेयर में लगी खरीफ की फसल का नुकसान हुआ है. इसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है. मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो गई है. किसानों से आवेदन लिए जाएंगे और उनकी जांच कर जल्द मुआवजा दिया जाएगा.

दरभंगा: प्रदेश में आई भीषण बाढ़ का कहर जिले में भी देखने को मिला. 18 में से 15 प्रखंडों की 20 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. इस बाढ़ की वजह से जिले में फसल का भी भारी नुकसान हुआ है. जिले में धान, मक्का और सब्जी सहित अन्य फसलों को मिला कर कुल 79 हजार 329 हेक्टेयर में लगे फसल बर्बाद हो गए. इसमें सबसे ज्यादा 67 हजार 961 हेक्टेयर रकबे में धान की फसल का नुकसान हुआ है. जबकि 304 हेक्टेयर में मक्का और 315 हेक्टेयर में लगी सब्जी की फसल तबाह हुई है. इसके अलावा अन्य फसलों की भी क्षति हुई है.

ग्राउंड जीरो से खास रिपोर्ट
जिला प्रशासन ने प्रखंडवार नुकसान का आंकड़ा राज्य सरकार को भेज दिया है. मुआवजे के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करने को कहा है. ईटीवी भारत की टीम बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित प्रखंडों में से एक केवटी का असराहा गांव पहुंची और फसल के नुकसान का जायजा लिया. हमारे संवाददाता विजय कुमार श्रीवास्तव ने कुछ किसानों से मुआवजे की जमीनी हकिकत को लेकर बात की और उनकी परेशानी समझने की कोशिश की. पेश है ग्राउंड जीरो से खास रिपोर्ट.

किसान मो. फिरोज ने कहा कि मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हुई है. इस संबंध में अभी ज्यादा जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी की बार बाढ़ आ चुकी है. लेकिन अभी तक तीन बार 6 हजार रुपए मुआवजे के तौर पर मिले हैं.

बाढ़ से फसल बर्बाद
बाढ़ से फसल बर्बाद

सरकार से मिलेगा मुआवजा तो चुकाएंगे कर्ज
किसान मो. सज्जाद अंसारी ने कहा कि वे गरीब किसान हैं और कर्ज लेकर खेती करते हैं. उन्होंने कहा कि 2 हजार रुपए में क्या होने वाला है. 5 हजार रुपए तो केवल रोपनी में लग गए हैं. सारी फसल बाढ़ में तबाह हो गई. उन्होंने दोबारा कर्ज लेकर फिर से करीब एक बीघा में धान की रोपनी की है. उम्मीद है कि सरकार से कुछ मुआवजा मिलेगा तो कर्ज चुका देंगे.

किसान शोभित साह ने कहा कि उन्होंने डेढ़ बीघे में धान की रोपनी की थी, लेकिन बाढ़ में बर्बाद हो गई. यहां धान की फसल कभी भी सही से नहीं होती है, उन्होंने कहा कि इससे पहले जब भी बाढ़ आई हैं, उन्हें कभी भी मुआवजा नहीं मिला है.

पेश है खास रिपोर्ट

सरकार को भेजी गई रिपोर्ट- डीएम
इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि जिले में करीब 79 हजार हेक्टेयर में लगी खरीफ की फसल का नुकसान हुआ है. इसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है. मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो गई है. किसानों से आवेदन लिए जाएंगे और उनकी जांच कर जल्द मुआवजा दिया जाएगा.

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