दरभंगा: ऐतिहासिक दरभंगा राज किला पर 59 साल बाद राज परिवार का कोई सदस्य ध्वजारोहण करेगा. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर दरभंगा राज के आखिरी महाराजा सर कामेश्वर सिंह के पौत्र कुमार कपिलेश्वर सिंह राज किला पर ध्वजारोहण करेंगे. इस समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं. इस अवसर पर राज किला को फूलों से सजाया गया है और वहां साफ-सफाई की गई है. सोमवार को कुमार कपिलेश्वर सिंह ने राज किला परिसर में तैयारियों का जायजा लिया.
कुमार कपिलेश्वर सिंह ने कहा "उन्हें बेहद खुशी है कि 59 साल बाद राज किला पर ध्वजारोहण करने जा रहे हैं. इसके लिए खास तौर पर दिल्ली से दरभंगा आए हैं. मेरी योजना दरभंगा राज की धरोहरों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की है. मैं आम लोगों को धरोहरों से जोड़कर दरभंगा का विकास करना चाहता हूं."
"आखिरी बार इस राज किला पर राज परिवार की ओर से 1962 में ध्वजारोहण किया गया था. पूर्व महाराजा कामेश्वर सिंह ने राज किला पर तिरंगा फहराया था."- कुमार कपिलेश्वर सिंह, दरभंगा
यह भी पढ़ें- प्रधानमंत्री मोदी से बात नहीं होने का रहेगा मलाल- वर्चुअल संवाद के बाद बोली ज्योति
लाल किला से भी ऊंचा है राज किला
गौरतलब है कि दरभंगा का राज किला दिल्ली के लाल किला से भी ऊंचा है. गुंबद समेत इसकी ऊंचाई 84 फीट है. दरभंगा के आखिरी महाराजा कामेश्वर सिंह ने इसका निर्माण कराया था. इसका निर्माण 1940 के दशक में शुरू हुआ था लेकिन यह पूरा नहीं हो पाया और देश की आजादी के पहले ही जमींदारी प्रथा का अंत हो गया.
इसकी वजह से इस किले का निर्माण रुक गया. दरभंगा के राज किला को बिहार का लाल किला भी कहा जाता है. इसके निर्माण में ब्रिटिश, मुगल और भारतीय शिल्प कला की झलक मिलती है. किले के दरवाजे पर फतेहपुर सीकरी के किले के आर्किटेक्ट की झलक मिलती है.