दरभंगा: दिल्ली के शाहीनबाग की तर्ज पर जिले में भी पिछले दो दिनों से सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. दरभंगा के कर्पूरी चौक, लालबाग और किलाघाट में सैकड़ों लोग एकजुट होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. जिसमें भारी संख्या में अल्पसंख्यकों के अलावा महिला, पुरुष और युवा मौजूद हैं.
मंगलवार को कर्पूरी चौक पर संविधान बचाओ संघर्ष मोर्चा के बैनर तले चल रहे प्रदर्शन के दूसरे दिन भी काफी भीड़ रही. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए इस कानून को वापस लेने की मांग की.
तीन जगहों पर धरना जारी
वहीं, प्रदर्शनकारियों ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि हम जन्म से हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तानी होने का कोई प्रमाण पत्र किसी भी सूरत में इस सरकार को नहीं देंगे. कार्यक्रम में आए वक्ताओं ने कहा कि मौजूदा समय में पूरे देश में मोदी शाह के खिलाफ आंदोलन चरम पर है. केवल विपक्ष ही नहीं बल्कि आम जनता भी इसके खिलाफ है. जब तक इस कानून को वापस नहीं लिया जाता, आंदोलन जारी रहेगा.
वास्तविक मुद्दों से भटका रही सरकार
धरने पर बैठे सुमन कुमार झा ने कहा कि देश के अंदर मोदी सरकार ने एनपीआर और सीएए जैसा काला कानून लाकर बवाल मचा दिया है. पूरे देश में हजारों लोग सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में दरभंगा की जनता भी सड़क पर उतरी है. सरकार जायज मुद्दों से गुमराह करने के लिए ये हथकंडे अपना रही है. जबकि सरकार को महंगाई, बेरोजगारी और शिक्षा की समस्या पर ध्यान देना चाहिए.