दरभंगा: पूर्णिया विवि के कुलपति प्रो. राजेश सिंह कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के नए प्रभारी कुलपति होंगे. वे दो मई को प्रो. सर्व नारायण झा से प्रभार लेंगे, जिनका कार्यकाल उसी दिन पूरा हो रहा है. बुधवार को राजभवन, पटना ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर इसकी कॉपी विवि को भेज दी है. संस्कृत विवि के पीआरओ निशिकांत ने इसकी पुष्टि की. प्रो. राजेश सिंह इससे पहले ललित नारायण मिथिला विवि, दरभंगा के भी प्रभारी कुलपति रहे हैं.
संस्कृत विवि के पीआरओ निशिकांत ने बताया कि प्रो. राजेश सिंह मूल रूप से बनारस हिंदू विवि, वाराणसी में जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग यानी प्लांट बायोटेक्नोलॉजी के प्राध्यापक थे. वे करीब सात साल तक प्रेस पब्लिकेशन एंड पब्लिसिटी सेल के डीन भी रह चुके हैं. वे इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड क्रॉप साइंस के मुख्य संपादक भी रहे हैं. वे यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट के सचिव सह समन्वयक भी रह चुके हैं. उनके करीब ढाई सौ पब्लिकेशन्स हैं और उनकी दो दर्जन किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं.
तीन विवि के कुलपति बने प्रो. राजेश सिंह
बता दें कि लॉकडाउन की वजह से बिहार के कई विवि में कुलपतियों और प्रति कुलपतियों की नियुक्ति में देरी हो रही है. इसकी वजह से कामकाज को सुचारू बनाए रखने के लिए राजभवन आश-पास के विवि के कुलपतियों को कुछ विवि में प्रभारी कुलपति का दायित्व दे रहा है. इसके पहले 22 मार्च को ललित नारायण मिथिला विवि, दरभंगा के कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह का कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रो. राजेश सिंह को ही इस विवि का प्रभारी कुलपति बनाया गया था. इस तरह प्रो. राजेश सिंह अब तीन विवि के कुलपतियों का प्रभार संभालेंगे.