दरभंगा: जब से बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा परिणाम घोषित हुए हैं, तब से जीतनराम मांझी, सम्राट चौधरी और सुशील कुमार मोदी समेत एनडीए के तमाम नेता धांधली का आरोप लगाकर जांच की मांग कर रहे हैं. ऐसे में जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव ने शिक्षक भर्ती मामले में राज्य सरकार का बचाव किया. वहीं दूसरी तरफ शिक्षक भर्ती नियोजन के पदाधिकारियों के क्रियाकलापों पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि इस परीक्षा फल के प्रकाशन में आरक्षण रोस्टर में बहुत बड़ी गड़बड़ी हुई है. एक ही कोचिंग के सारे बच्चों का पास हो जाना, समझ से परे है.
"मैं चाहता हूं कि बिहार शिक्षक भर्ती मामले में एसआईटी जांच चाहता हो या फिर न्यायालय के अधीनस्थ जांच हो. बिहार सरकार से मेरी अपील है कि शिक्षक भर्ती में बिहार के बच्चों की भावनाओं का ख्याल रखा जाए. कई बिंदुओं पर सवाल उठ रहें है. आखिर किसी कोचिंग का 100% रिजल्ट कैसे आ गया?"- पप्पू यादव, अध्यक्ष, जन अधिकार पार्टी
रिजल्ट में गड़बड़ी गंभीर मसला: पप्पू यादव ने कहा कि देश में आजतक किसी ने इतनी सफलतम परीक्षा आयोजित नहीं करवाई लेकिन रिजल्ट के बाद यह सवाल उठने लगा कि यूपी, बंगाल के बच्चों की जनसंख्या के अलावा आरक्षण रोस्टर का ठीक से पालन नहीं किया. विकलांग सहित अन्य आरक्षण मामला में भी गड़बड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि सवाल गंभीर है कि कैसे किसी कोचिंग का 100% रिजल्ट आ गया. क्या बाहर के बच्चों में टैलेंट है और यहां के बच्चों में टैलेंट नहीं है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जिन पदाधिकारियों ने बदमाशी की है, उसकी जांच होनी चाहिए.
बीजेपी पर भड़के पप्पू यादव: जाप अध्यक्ष ने कहा कि हमारी सरकार ने तो सफल एग्जाम लिया है. जितने बड़े पैमानों पर परीक्षा ली गई है, पूरे हिंदुस्तान में 10 साल के अंदर में इतने बड़े स्तर पर परीक्षा नहीं हुई है. वहीं उन्होंने कहा कि यह बात अलग है कि इससे पहले भी बीजेपी जो सवाल उठाती रही है, उसके कार्यकाल में पिछले 17 साल से परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होता रहा. अभी भी आपने देखा कि सिपाही परीक्षा मामले को लेकर हमने सवाल उठाया है.
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