दरभंगा: पूर्णिया के डॉ राजेश पासवान पर हुए जानलेवा हमले के बाद बिहार के सरकारी व गैर सरकारी डॉक्टरर्स IMA के आह्वान पर एक दिवसीय राज्यव्यापी टोकन स्ट्राइक पर है. इसी कड़ी में उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH के डॉक्टरों का हड़ताल जारी है. डॉक्टरों ने OPD में कामकाज को ठप कर दिया है, जिससे अस्पताल बाहर दूर-दराज से इलाज कराने आए मरीजों की लंबी लाइन लग गई.
इमरजेंसी वार्ड में मरीजों का हो रहा इलाज: अस्पताल उपाधीक्षक हरेंद्र कुमार ने स्ट्राइक की पुष्टि करते हुए कहा कि एक दिन के टोकन स्ट्राइक को लेकर चिकित्सकों ने OPD सेवा को बंद कर दिया है, लेकिन मरीजों की परेशानी को देखते हुए आपातकालीन विभाग में उनका इलाज किया जा रहा है.
इलाज कराने के लिए लंबी लाइन: हड़ताल की वजह से मरीज और उनके परिजनों में भी काफी गुस्सा देखने को मिला. DMCH में अपनी बेटी का इलाज कराने आए कन्हैया लाल दास ने कहा कि अस्पताल आने के बाद पता चला कि ओपीडी में हड़ताल है. हड़ताल किन कारणों से है, यह बताने वाला कोई नहीं है. मरीज का कहां इलाज करवाना है, यह भी बताने वाला कोई नहीं है.
"अस्पताल में अव्यवस्था के कारण हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. मजबूरन हमलोग आपातकालीन विभाग के काउंटर पर लंबी-लंबी लाइन लगाए हुए हैं, लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है. न ही हमलोगों का पर्चा काटा जा रहा है, न ही कुछ बताया जा रहा है. सुबह 7 बजे ही बेटी का इलाज कराने आए थे, तभी से इलाज के लिए भटक रहे हैं."- कन्हैया लाल दास, मरीज के परिजन
पूर्णिया के डॉक्टर पर हमले का विरोध: वहीं डीएमसीएच के उपाधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि पूर्णिया के डॉक्टर राजेश कुमार पासवान के क्लीनिक पर तोड़फोड़ और उनपर जानलेवा हमला किया गया. इसी के विरोध में आईएमए ने एक दिन का राज्यव्यापी टोकन स्ट्राइक बुलाया है. इस कॉल के मद्देनजर डीएमसीएच के डॉक्टरों ने ओपीडी कार्य सेवा को बाधित किया है.
"हमलोग आए हुए मरीजों के इलाज के लिए तत्पर हैं. जरूरतमंद मरीजों का आपातकालीन विभाग के माध्यम से इलाज करवाया जा रहा है. इस पूरी व्यवस्था में मरीज व उनके परिजनों को थोड़ी परेशानी हो रही है, लेकिन इलाज सुचारू ढंग से किया जा रहा है."- हरेंद्र कुमार, उपाधीक्षक, डीएमसीएच