दरभंगा: बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह से सांसद गोपाल जी ठाकुर ने मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने दरभंगा स्थित मखाना अनुसंधान केंद्र को फिर से राष्ट्रीय दर्जा दिए जाने की मांग की है. साथ ही किसानों के हित में दरभंगा कॉपरेटिव बैंक को शुरू करने के लिए पहल करने का कृषि मंत्री से उन्होंने आग्रह किया है.
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'मखाना उद्योग के साथ मिथिला बनेगा आत्मनिर्भर'
वहीं सांसद ने कहा कि मखाना की महत्ता को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार द्वारा 28 फरवरी 2002 को मिथिला के केंद्र दरभंगा में राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई थी. लेकिन सत्ता परिवर्तन के साथ केंद्र की कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रीय दर्जा हटा दिया. इस केंद्र को फिर से राष्ट्रीय दर्जा दिए जाने से मखाना और मखाना किसानों सहित पूरे मिथिला का समुचित विकास होगा. सांसद ने कहा कि मखाना उद्योग के साथ मिथिला भी इससे आत्मनिर्भर बनेगा.
'नया कृषि सुधार कानून पूरी तरह किसानों के हित में है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण बिहार है. निकट भविष्य में नए कृषि कानून से बेहतर परिणाम आएंगे. कृषि क्षेत्र व किसानों का अभूतपूर्व विकास होगा. केंद्र एवं राज्य की सरकार किसानो के सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है. किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा ऐतिहासिक कार्य किये जा रहे हैं.'- गोपाल जी ठाकुर, सांसद
जंगली पशुओं से निदान की मांग
सांसद ने प्रखंड मुख्यालयों के ई किसान भवनों के जीर्णोद्धार करने, प्रखंड मुख्यालय में अत्यधिक क्षमता वाले नए अनाज गोदाम, कोल्ड स्टोरेज का निर्माण करने और किसानों को ससमय फसलों के बीज उपलब्ध कराने का भी आग्रह किया. साथ ही किसानों की समस्या के समाधान केल लिए प्रखंड मुख्यालय पर मासिक विभागीय सहायता केंद्र शुरू करने की गोपालजी ठाकुर ने बात कही. वहीं उन्होंने कहा कि जंगली पशुओं के कारण किसानों के फसल को काफी नुकसान होता है, इसके निदान के लिए उपयुक्त कदम उठाने का आग्रह भी किया गया है.