दरभंगा: स्थानीय कलाकारों की टीम की ओर से जिला अतिथिगृह को मिथिला पेंटिंग से सजाने का काम पिछले 20 दिनों से किया जा रहा है. जिला अतिथिगृह आने वाले लोगों को मिथिला की संस्कृति और सभ्यता बताने के साथ परिसदन को आकर्षक और सुंदर दिखाने के लिए ये कदम उठाया गया है. जिसमें इस काम की जिम्मेदारी किलकारी के प्रशिक्षकों और कलाकारों को दी गई है.
पेंटिंग में शामिल मिथिलांचल के धरोहर
परिसदन की दीवारों पर मिथिला पेंटिंग बना रही किरण देवी ने कहा कि इसमें मिथिलांचल की पहचान कहे जाने वाले माछ, पान और मखान, गोदना, राजा सलहेश, मयूर के अलावा राम सीता का विवाह और जल जीवन हरियाली को दिखाया जा रहा है. ये सारे चर्चित मिथिला धरोहर हैं. पेंटिंग को परिसदन के 8 पिलर्स, मुख्य द्वार और भीतरी दीवारों पर बनाया जा रहा है.
जल जीवन हरियाली को भी दर्शाने की कोशिश
किलकारी की प्रशिक्षक राधा देवी ने कहा कि हमारी देखरेख में जिला प्रशासन के आदेश पर यहां पर मिथिला पेंटिंग बनाई जा रही हैं. इन पेंटिंग के माध्यम से जल जीवन हरियाली सहित मिथिलांचल की पहचान को दर्शाया जा रहा है. जिसे बनाने के लिए हमने एक महीने का वक्त लिया है.
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जिला अतिथिगृह बनेगा आकर्षक
गौरतलब है कि फरवरी और मार्च के महीने में शहर के समाहरणालय, न्यायालय और एसपी कार्यालय की बाउंड्री वॉल पर मिथिला पेंटिंग कर स्थानीय कलाकृति के बारे में आम लोगों तक जानकारी पहुंचाने की कोशिश की गई थी. इसके अलावा बाउंड्री वॉल चिपकने वाले अनचाहे पोस्टर्स और गंदगी से भी दीवारों को बचाने की कोशिश की जा चुकी है. ऐसे में पिछले कई दिनों से जिला अतिथिगृह को एक आकर्षक रूप देकर उसकी दीवारों पर रंग और ब्रश से मिथिला की कलाकृतियां बनाई जा रही हैं.