दरभंगा: जिले में एक नाबालिग के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला प्रकाश में आया है. पीड़ित के पिता ने बताया कि उसकी बेटी को बरगला कर दिल्ली ले जाया गया था. वहां उसके साथ जुर्म किया गया. पीड़ित के पिता ने महिला थाना में आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगाई है.
बताया जाता है कि पीड़ित की मां के देहांत के बाद पीड़ित के पिता अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित रहने लगे. पीड़ित की मां जिसके यहां काम करती थी वो लोग आये और बच्ची को बेहतर भविष्य देने का झांसा देकर उसे दिल्ली लेकर चले गये. जब बच्ची एक साल बाद घर लौटी तो शरीर पर कई जगह जख्म के निशान थे.
नाबालिग के साथ अमानवीय व्यवहार
पीड़ित के पिता ने बताया कि अपने बेटी को अच्छा भविष्य देने के लिये मैंने ये कदम उठाया. मेरी पत्नी जहां काम करती थी वो लोग आये और 25 अगस्त 2018 को मेरी बेटी को अपने साथ लेकर चले गये. कुछ दिन तक उनलोगों ने मेरी बच्ची के साथ अच्छा बर्ताव किया. बाद में हमसे पूछे बिना अपने किसी रिश्तेदार के यहां मधुबनी जिले में भेज दिया. वो लोग मेरी बेटी को लेकर दिल्ली के सलीम बाग चले गये.
छोटी-छोटी बातों पर करते थे पिटाई
वहां उनलोगों ने बड़ी बेरहमी के साथ बर्ताव किया. छोटी-छोटी बातों पर उसके साथ अत्याचार करने लगे. जब इसकी जानकारी मिली तो हमने अपनी बेटी वापस लाने को कहा. 13 अगस्त 2019 वो लोग लड़की को घर के पास पहुंचाकर फरार हो गये.
चाकू से भी किया हमला
पीड़िता ने बताया कि वो लोग छोटी-छोटी बातों पर मेरी पिटाई करते थे. एक बार मैंने बोतल का पानी पी लिया तो उनलोगों ने बेरहमी से पिटाई कर दी. पिटाई करने के बाद भी उनका गुस्सा ठंडा नहीं हुआ तो गर्म बरतन से मेरे शरीर के संवेदनशील भागों को जला दिया. पीड़िता ने बताया कि एक बार उसने फेसवॉश लगा ली, तो उसके गाल को चाकू से जख्मी कर दिया, जिसका निशान आज भी चेहरे पर है.
मामले में एफआईआर दर्ज
सिटी एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि यह मामला अभी मेरे संज्ञान में आया है. इसमें मैंने जांच के आदेश दे दिए हैं. पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराया जायेगा और न्यायालय के समक्ष उसका बयान भी दर्ज किया जायेगा. उन्होंने कहा कि यह प्रथम दृष्टया में मानव तस्करी का मामला लग रहा है. लेकिन अभी कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगा. मामले की अनुसंधान की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जायेगी. एफआईआर दर्ज कर लिया गया है.