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मिथिला विभूति पर्व संपन्न: मंत्री संजय झा बोले- मिथिला मखाना के नाम से ही मिलेगा 'जीआई टैग'

मखाना की पहचान मिथिला से ही है. इसलिए इसका जीआई टैग मिथिला मखाना (GI Tag For Makhana) के नाम से ही मिलेगा. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने महाकवि विद्यापति की पुण्यतिथि के अवसर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं. पढ़ें पूरी खबर..

Darbhanga mithila vibhuti festival
Darbhanga mithila vibhuti festival
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Published : Nov 20, 2021, 12:38 PM IST

दरभंगा: महाकवि विद्यापति की पुण्यतिथि (Mahakavi Vidyapati Death Anniversary) के अवसर पर हर साल मनाया जानेवाला तीन दिवसीय 49वां मिथिला विभूति पर्व (Mithila Vibhuti Festival) का बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा (Minister Sanjay Jha) ने तीसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन किया. शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार की सुबह तक भारत और नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों से आए मिथिला के कलाकारों ने अपने लोक गीतों की प्रस्तुति से समां बांध दिया.

ये भी पढ़ें- 'बिहार मखाना' के नाम से जीआई टैग देने का मिथिला में विरोध, 29 नवंबर को करेंगे संसद का घेराव

बिहार सरकार (Bihar Government) के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि 2020 में बिहार में एनडीए (Bihar NDA) की जो सरकार बनी, वह मिथिला के मतदाताओं की वजह से बनी है. उन्होंने कहा कि दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और समस्तीपुर के मतदाताओं ने अगर एनडीए को वोट नहीं दिया होता तो एनडीए की सरकार बिहार में दोबारा नहीं बनती. इसी वजह से बिहार की इस सरकार पर मिथिला के लोगों का अधिकार ज्यादा है.

दरभंगा में मिथिला विभूति पर्व संपन्न

"मखाना की पहचान मिथिला से ही है. इसलिए इसका जीआई टैग मिथिला मखाना के नाम से ही मिलेगा. बिहार सरकार ने इसकी अनुशंसा का पत्र भेज दिया है. अब नाम को लेकर आपत्ति दर्ज करने को लेकर सूचना जारी की जाएगी जो कि एक औपचारिकता है. उसके बाद मिथिला मखाना का जीआई टैग मिल जाएगा."- संजय झा, जल संसाधन मंत्री, बिहार

बता दें कि मखाना का जीआई टैग (GI tag for makhana) पर बिहार में क्षेत्र को लेकर राजनीति (Bihar Politics) शुरू हो गई है. मिथिला की पहचान मखाना के जीआई टैग को लेकर कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने भी कुछ दिन पहले साफ तौर पर कहा था कि मखाना का जीआई टैगिंग 'मिथिला मखाना' के नाम से ही होगा. कुछ लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- 'मिथिला मखाना' के नाम से ही है जीआई टैग, कुछ लोग कर रहे राजनीति: कृषि मंत्री

शनिवार की सुबह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Programme In Darbhanga) के साथ यह समारोह संपन्न हो गया. बड़ी संख्या में पहुंचे दर्शक रात से लेकर सुबह तक झूमते रहे. इस दौरान दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, नगर विधायक संजय सरावगी, ललित नारायण मिथिला विवि के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा समेत कई गण्यमान्य लोग मंच पर मौजूद रहे.

ये भी पढ़ें:मिथिला में मैथिली के लिए विद्यापति सेवा संस्थान चलाएगा विशेष अभियान, जनगणना में मैथिली भाषा दर्ज कराने की पहल

गौरतलब है कि दरभंगा का विद्यापति सेवा संस्थान पिछले 48 वर्षों से विद्यापति पर्व समारोह का आयोजन करता आ रहा है. पटना की चेतना समिति के बाद दरभंगा का विद्यापति सेवा संस्थान ऐसी संस्था है जो बड़े पैमाने पर इस कार्यक्रम का आयोजन करती है. इस मंच से न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में बसे मैथिल विद्वान और कलाकार अपनी प्रस्तुति और संबोधन देते हैं.

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दरभंगा: महाकवि विद्यापति की पुण्यतिथि (Mahakavi Vidyapati Death Anniversary) के अवसर पर हर साल मनाया जानेवाला तीन दिवसीय 49वां मिथिला विभूति पर्व (Mithila Vibhuti Festival) का बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा (Minister Sanjay Jha) ने तीसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन किया. शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार की सुबह तक भारत और नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों से आए मिथिला के कलाकारों ने अपने लोक गीतों की प्रस्तुति से समां बांध दिया.

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बिहार सरकार (Bihar Government) के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि 2020 में बिहार में एनडीए (Bihar NDA) की जो सरकार बनी, वह मिथिला के मतदाताओं की वजह से बनी है. उन्होंने कहा कि दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और समस्तीपुर के मतदाताओं ने अगर एनडीए को वोट नहीं दिया होता तो एनडीए की सरकार बिहार में दोबारा नहीं बनती. इसी वजह से बिहार की इस सरकार पर मिथिला के लोगों का अधिकार ज्यादा है.

दरभंगा में मिथिला विभूति पर्व संपन्न

"मखाना की पहचान मिथिला से ही है. इसलिए इसका जीआई टैग मिथिला मखाना के नाम से ही मिलेगा. बिहार सरकार ने इसकी अनुशंसा का पत्र भेज दिया है. अब नाम को लेकर आपत्ति दर्ज करने को लेकर सूचना जारी की जाएगी जो कि एक औपचारिकता है. उसके बाद मिथिला मखाना का जीआई टैग मिल जाएगा."- संजय झा, जल संसाधन मंत्री, बिहार

बता दें कि मखाना का जीआई टैग (GI tag for makhana) पर बिहार में क्षेत्र को लेकर राजनीति (Bihar Politics) शुरू हो गई है. मिथिला की पहचान मखाना के जीआई टैग को लेकर कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने भी कुछ दिन पहले साफ तौर पर कहा था कि मखाना का जीआई टैगिंग 'मिथिला मखाना' के नाम से ही होगा. कुछ लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं.

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शनिवार की सुबह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Programme In Darbhanga) के साथ यह समारोह संपन्न हो गया. बड़ी संख्या में पहुंचे दर्शक रात से लेकर सुबह तक झूमते रहे. इस दौरान दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, नगर विधायक संजय सरावगी, ललित नारायण मिथिला विवि के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा समेत कई गण्यमान्य लोग मंच पर मौजूद रहे.

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गौरतलब है कि दरभंगा का विद्यापति सेवा संस्थान पिछले 48 वर्षों से विद्यापति पर्व समारोह का आयोजन करता आ रहा है. पटना की चेतना समिति के बाद दरभंगा का विद्यापति सेवा संस्थान ऐसी संस्था है जो बड़े पैमाने पर इस कार्यक्रम का आयोजन करती है. इस मंच से न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में बसे मैथिल विद्वान और कलाकार अपनी प्रस्तुति और संबोधन देते हैं.

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