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UPSC टॉपर शुभम को बिहार के दो मंत्रियों ने दी बधाई, कहा- 'मिथिला ने कायम किया दबदबा' - विजन कोचिंग सेंटर

बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी और जीवेश मिश्रा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल करने पर बिहार के शुभम कुमार को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है. मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि पूरे देश के अंदर मिथिला ने अपने वर्चस्व को एक बार फिर कायम किया है. पढ़ें पूरी खबर..

UPSC Topper Shubham Kumar
UPSC Topper Shubham Kumar
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Published : Sep 25, 2021, 7:26 PM IST

दरभंगा: यूपीएससी (UPSC Mains Result) ने मेन 2020 फाइनल परीक्षा परिणाम शुक्रवार को जारी कर दिया. जिसमें बिहार के कटिहार जिले के निवासी शुभम कुमार (UPSC Topper Shubham Kumar) ने सिविल सेवा परीक्षा 2020 में टॉप किया है. शुभम की सफलता को लेकर बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी (Minister Madan Shani) और श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा (Minister Jivesh Mishra) ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं.

यह भी पढ़ें- UPSC में फिर बजा बिहार का डंका, इतिहास रहा है सुनहरा

64वीं बीपीएससी परीक्षा में उत्तीर्ण 91 छात्र-छात्राओं को शनिवार को सम्मानित किया गया. दोनों मंत्रियों ने यूपीएससी में टॉप करने वाले बिहार के शुभम कुमार समेत उन 13 छात्र-छात्राओं को बधाई दी, जिन्होंने इस बार यह परीक्षा पास की है.

देखें वीडियो

मदन सहनी और जीवेश मिश्रा विजन कोचिंग सेंटर (Vision Coaching Center) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आए थे. यह कार्यक्रम ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा मौजूद थे.

बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी है कि 64वीं बीपीएससी परीक्षा में दरभंगा के विजन कोचिंग सेंटर के 91 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं. उन्होंने कहा कि अब ये सभी अधिकारी बन गए हैं और वे इन सभी को बिहार सरकार और खुद की तरफ से शुभकामना देते हैं.

"ये लोग बिहार की तरक्की में अपनी भूमिका निभाएंगे. कल ही यूपीएससी का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है और उसमें बिहार के मिथिला क्षेत्र से आने वाले शुभम कुमार ने टॉप किया है. उनके अलावा दो ऐसे छात्र हैं जो टॉप टेन में आए हैं और कुल 13 छात्र-छात्राएं बिहार के हैं जो इस परीक्षा में सफल हुए हैं. मैं उन सभी को बधाई देता हूं."- जीवेश मिश्रा, श्रम संसाधन मंत्री, बिहार

इस दौरान जीवेश मिश्रा ने 15 साल के लालू राबड़ी राज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब उन्हें मौका मिला तो वे लाठी में तेल पिला रहे थे. वहीं जब नीतीश कुमार की सरकार को मौका मिला है तो बिहार शिक्षा का हब बन रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में मेडिकल, तकनीक और सामान्य शिक्षा के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालय बने हैं. यही अंतर लालू-राबड़ी और नीतीश कुमार के शासन में है.

वहीं, मंत्री मदन सहनी ने कहा कि विजन कोचिंग सेंटर से उत्तीर्ण होने वाले सभी छात्र बिहार के दूसरे बच्चों के लिए प्रेरणा बनेंगे. उन्होंने कहा इस संस्थान ने पलायन रोकने में बड़ी भूमिका निभाई है. यूपीएससी में देश भर में टॉप करने वाले बिहार के शुभम कुमार को उन्होंने बधाई दी और कहा कि शुभम दूसरे छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं.

"पहले यहां के छात्र दूसरे राज्यों में सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी करने जाते थे. आज दरभंगा में ही रहकर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर रहे हैं."- मदन सहनी,समाज कल्याण मंत्री, बिहार

बता दें कि करीब दो दशक बाद यूपीएससी 2020 की फाइनल परीक्षा परिणाम (UPSC CSE Main 2020 result) कटिहार जिले के शुभम कुमार (Shubham Kumar UPSC topper) ने टॉप किया है. शुभम अभी महाराष्ट्र के पुणे में इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विसेज की ट्रेनिंग कर रहे हैं. बता दें कि पिछले वर्ष भी शुभम ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. उन्हें 290 रैंक मिली थी. इससे वह संतुष्ट नहीं हुए थे और दोबारा परीक्षा में शामिल होकर सर्वोच्च स्थान हासिल किया. उनके पिता देवानंद सिंह पूर्णिया में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में शाखा प्रबंधक हैं. शुभम सपना गांव के लोगों का विकास करना है. उनका कहना है कि अगर रूरल डेवलपमेंट (ग्रामीण विकास) के क्षेत्र में काम करने का मौका मिला तो यह सौभाग्य होगा.

वहीं जमुई जिले के रहने वाले प्रवीण कुमार (Topper Pravin Kumar) ने यूपीएससी (UPSC) परीक्षा में टॉप-10 में जगह बनाई है. उन्होंने परीक्षा में 7वां रैंक स्थान प्राप्त किया है. उनकी सफलता पर बिहार समेत पूरे देश के लोग बधाई दे रहे हैं. प्रवीण कुमार को ये सफलता दूसरे प्रयास में मिली है. प्रवीण ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की तैयारी पूरी कर दिल्ली से यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. प्रवीण ने बताया कि उन्होंने बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में अपनी च्वाइस दी है.

मधेपुरा के लाल नीतेश जैन ने UPSC में 22 रैंक लाकर मधेपुरा का नाम रौशन किया है. मधेपुरा जिले के पुरैनी प्रखंड के रहने बाले नीतेश जैन सिविल सेवा परीक्षा 22 वां स्थान पाने वाले नीतेश जैन ने मधेपुरा का नाम रौशन किया है. नीतेश जैन वर्तमान में इनकमटैक्स कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं.

किशनगंज के रहने वाले अनिल बसाक (Anil Basak) को 45वीं रैंक मिली है. अनिल का ये दूसरा प्रयास था. अनिल को यूपीएससी 2019 में 616 रैंक मिला था. इस रैंक से वे संतुष्ट नहीं थे. इस बार अनिल ऑल इंडिया 45वीं रैंक लाकर सफल हुए हैं. अनिल का पूरा परिवार किशनगंज के नेपालगढ़ कॉलोनी में रहता है. अनिल बोसाक के पिता संजय बोसाक फेरी का काम करते थे. माली हालत खराब रहने के बावजूद उन्होंने बेटे को पढ़ाया. आज अनिल ने पिता के सपनों को साकार कर दिया है.

बिहार (Bihar) के पूर्णिया (Purnea) जिले के महबूब खां टोला निवासी आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) ने यूपीएससी में 52 वां स्थान प्राप्त किया है. उन्होंने दूसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है. आशीष की स्कूलिंग डॉन बॉस्को में हुई. उसके बाद 10 वीं तक की पढ़ाई ब्राइट कैरियर स्कूल से हुई. प्लस टू की पढ़ाई मिलिया कॉन्वेंट से हुई. साल 2014 में उनका सेलेक्शन आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) के लिये हुआ. वहां से पढ़ाई करने के बाद उनका कैंपस सेलेक्शन हो गया था मगर वे यूपीएससी की तैयारी में जुट गये. पहले प्रयास में वे इंटरव्यू तक पहंचे थे. दूसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफल हो गये.

नालंदा जिले के रहने वाले फैसल रजा (Topper Faisal Raza) ने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 में उतीर्ण होकर सूबे और जिले नाम रोशन किया है. फैसल रजा को 447वां रैंक मिला है. फैसल रजा राजगीर प्रखंड क्षेत्र के मौलानाडीह गांव के रहने वाले एक किराना दुकानदार के पुत्र हैं.

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दरभंगा: यूपीएससी (UPSC Mains Result) ने मेन 2020 फाइनल परीक्षा परिणाम शुक्रवार को जारी कर दिया. जिसमें बिहार के कटिहार जिले के निवासी शुभम कुमार (UPSC Topper Shubham Kumar) ने सिविल सेवा परीक्षा 2020 में टॉप किया है. शुभम की सफलता को लेकर बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी (Minister Madan Shani) और श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा (Minister Jivesh Mishra) ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं.

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64वीं बीपीएससी परीक्षा में उत्तीर्ण 91 छात्र-छात्राओं को शनिवार को सम्मानित किया गया. दोनों मंत्रियों ने यूपीएससी में टॉप करने वाले बिहार के शुभम कुमार समेत उन 13 छात्र-छात्राओं को बधाई दी, जिन्होंने इस बार यह परीक्षा पास की है.

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मदन सहनी और जीवेश मिश्रा विजन कोचिंग सेंटर (Vision Coaching Center) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आए थे. यह कार्यक्रम ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा मौजूद थे.

बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी है कि 64वीं बीपीएससी परीक्षा में दरभंगा के विजन कोचिंग सेंटर के 91 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं. उन्होंने कहा कि अब ये सभी अधिकारी बन गए हैं और वे इन सभी को बिहार सरकार और खुद की तरफ से शुभकामना देते हैं.

"ये लोग बिहार की तरक्की में अपनी भूमिका निभाएंगे. कल ही यूपीएससी का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है और उसमें बिहार के मिथिला क्षेत्र से आने वाले शुभम कुमार ने टॉप किया है. उनके अलावा दो ऐसे छात्र हैं जो टॉप टेन में आए हैं और कुल 13 छात्र-छात्राएं बिहार के हैं जो इस परीक्षा में सफल हुए हैं. मैं उन सभी को बधाई देता हूं."- जीवेश मिश्रा, श्रम संसाधन मंत्री, बिहार

इस दौरान जीवेश मिश्रा ने 15 साल के लालू राबड़ी राज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब उन्हें मौका मिला तो वे लाठी में तेल पिला रहे थे. वहीं जब नीतीश कुमार की सरकार को मौका मिला है तो बिहार शिक्षा का हब बन रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में मेडिकल, तकनीक और सामान्य शिक्षा के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालय बने हैं. यही अंतर लालू-राबड़ी और नीतीश कुमार के शासन में है.

वहीं, मंत्री मदन सहनी ने कहा कि विजन कोचिंग सेंटर से उत्तीर्ण होने वाले सभी छात्र बिहार के दूसरे बच्चों के लिए प्रेरणा बनेंगे. उन्होंने कहा इस संस्थान ने पलायन रोकने में बड़ी भूमिका निभाई है. यूपीएससी में देश भर में टॉप करने वाले बिहार के शुभम कुमार को उन्होंने बधाई दी और कहा कि शुभम दूसरे छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं.

"पहले यहां के छात्र दूसरे राज्यों में सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी करने जाते थे. आज दरभंगा में ही रहकर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर रहे हैं."- मदन सहनी,समाज कल्याण मंत्री, बिहार

बता दें कि करीब दो दशक बाद यूपीएससी 2020 की फाइनल परीक्षा परिणाम (UPSC CSE Main 2020 result) कटिहार जिले के शुभम कुमार (Shubham Kumar UPSC topper) ने टॉप किया है. शुभम अभी महाराष्ट्र के पुणे में इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विसेज की ट्रेनिंग कर रहे हैं. बता दें कि पिछले वर्ष भी शुभम ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. उन्हें 290 रैंक मिली थी. इससे वह संतुष्ट नहीं हुए थे और दोबारा परीक्षा में शामिल होकर सर्वोच्च स्थान हासिल किया. उनके पिता देवानंद सिंह पूर्णिया में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में शाखा प्रबंधक हैं. शुभम सपना गांव के लोगों का विकास करना है. उनका कहना है कि अगर रूरल डेवलपमेंट (ग्रामीण विकास) के क्षेत्र में काम करने का मौका मिला तो यह सौभाग्य होगा.

वहीं जमुई जिले के रहने वाले प्रवीण कुमार (Topper Pravin Kumar) ने यूपीएससी (UPSC) परीक्षा में टॉप-10 में जगह बनाई है. उन्होंने परीक्षा में 7वां रैंक स्थान प्राप्त किया है. उनकी सफलता पर बिहार समेत पूरे देश के लोग बधाई दे रहे हैं. प्रवीण कुमार को ये सफलता दूसरे प्रयास में मिली है. प्रवीण ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की तैयारी पूरी कर दिल्ली से यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. प्रवीण ने बताया कि उन्होंने बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में अपनी च्वाइस दी है.

मधेपुरा के लाल नीतेश जैन ने UPSC में 22 रैंक लाकर मधेपुरा का नाम रौशन किया है. मधेपुरा जिले के पुरैनी प्रखंड के रहने बाले नीतेश जैन सिविल सेवा परीक्षा 22 वां स्थान पाने वाले नीतेश जैन ने मधेपुरा का नाम रौशन किया है. नीतेश जैन वर्तमान में इनकमटैक्स कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं.

किशनगंज के रहने वाले अनिल बसाक (Anil Basak) को 45वीं रैंक मिली है. अनिल का ये दूसरा प्रयास था. अनिल को यूपीएससी 2019 में 616 रैंक मिला था. इस रैंक से वे संतुष्ट नहीं थे. इस बार अनिल ऑल इंडिया 45वीं रैंक लाकर सफल हुए हैं. अनिल का पूरा परिवार किशनगंज के नेपालगढ़ कॉलोनी में रहता है. अनिल बोसाक के पिता संजय बोसाक फेरी का काम करते थे. माली हालत खराब रहने के बावजूद उन्होंने बेटे को पढ़ाया. आज अनिल ने पिता के सपनों को साकार कर दिया है.

बिहार (Bihar) के पूर्णिया (Purnea) जिले के महबूब खां टोला निवासी आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) ने यूपीएससी में 52 वां स्थान प्राप्त किया है. उन्होंने दूसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है. आशीष की स्कूलिंग डॉन बॉस्को में हुई. उसके बाद 10 वीं तक की पढ़ाई ब्राइट कैरियर स्कूल से हुई. प्लस टू की पढ़ाई मिलिया कॉन्वेंट से हुई. साल 2014 में उनका सेलेक्शन आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) के लिये हुआ. वहां से पढ़ाई करने के बाद उनका कैंपस सेलेक्शन हो गया था मगर वे यूपीएससी की तैयारी में जुट गये. पहले प्रयास में वे इंटरव्यू तक पहंचे थे. दूसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफल हो गये.

नालंदा जिले के रहने वाले फैसल रजा (Topper Faisal Raza) ने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 में उतीर्ण होकर सूबे और जिले नाम रोशन किया है. फैसल रजा को 447वां रैंक मिला है. फैसल रजा राजगीर प्रखंड क्षेत्र के मौलानाडीह गांव के रहने वाले एक किराना दुकानदार के पुत्र हैं.

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