दरभंगा: बिहार के दरभंगा स्थित DMCH के गेस्ट हाउस में शराब पार्टी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस ने गेस्ट हाउस पर छापेमारी कर शराब की तीन बोतलें जब्त की है. जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने कहा कि डीएमसीएच में जो वीडियो वायरल हुआ है, उसका बहुत महत्व नहीं है. उन्होंंने शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी कहीं लागू नहीं है.
"नीतीश कुमार को छोड़कर बिहार में रहने वाला हर व्यक्ति जानता है कि शराबबंदी कहीं लागू नहीं है. शराबबंदी के नाम पर बिहार में शराब की दुकानें बंद हैं, होम डिलीवरी हर जगह हो रही है. शराबबंदी लागू कराना नीतीश कुमार की हठधर्मिता है."- प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज
घर-घर शराब की बिक्री हो रहीः प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी का न तो कोई वैधानिक आधार है और ना ही नैतिक आधार है. ना जमीन पर लागू हो रहा है. बिहार सरकार की गलती की वजह से बिहार के लोगों का शराबबंदी के नाम पर हर साल 15 से 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है. ये पैसा शराब माफिया और भ्रष्ट पुलिस प्रशासन कमा रहे हैं. शराबबंदी कहीं लागू है नहीं. ये तो गांव-गांव में आप लोगों से पूछिएगा तो लोग बताएंगे कि घर-घर शराब की बिक्री हो रही है. इसमें कोई नई बात नहीं है.
क्या है मामलाः डीएमसीएच परिसर में चल रहे पेडिकॉन कॉन्फ्रेंस में पहुंचे नामचीन डॉक्टरों ने शनिवार को डीएमसीएच के गेस्ट हाउस में शराब पार्टी कर शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ायी. शराब पार्टी का जब वीडियो वायरल हुआ तब प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए गेस्ट हाउस में छापेमारी की. तीन बोतल शराब जब्त की गयी. वायरल वीडियो में दिख रहे लोगों की शिनाख्त कर कार्रवाई में पुलिस जुटी हुई है.
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